स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक में गुरुवार को मुक्केबाजी में भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम का अभियान हार से खत्म हो गया. मैच के बाद 38 वर्षीय मैरीकॉम ने बोला कि, नहीं पता कि क्या हुआ, पहले दौर में मुझे लगा कि हम दोनों एक दूसरे की रणनीति को भांपने की कोशिश कर रहे थे.
इसके बाद मैंने दोनों राउंड जीते. मैरीकॉम पहले राउंड में 1-4 से पिछड़ गईं. पांच में से चार जज ने 10-9 के स्कोर से वालेंसिया के पक्ष में फैसला लिया. अगले दो राउंड में पांच में से तीन जजों ने मैरी कॉम के पक्ष में फैसला लिया, कुल स्कोर फिर भी वालेंसिया के पक्ष में रहा. जब रैफरी ने मैच के आखिरी में वालेंसिया का हाथ ऊपर उठाया,
2012 लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक चैंपियन मैरीकॉम मैरीकॉम की आंखों में आंसू थे और चेहरे पर मुस्कान थी. हार के बाद मैरी कॉम और इंग्रिट वेलेंसिया गर्मजोशी से एक दूसरे से मिली. दोनों ने एक दूसरे को पूरा सम्मान दिया. मैरीकॉम 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में इससे पहले वालेंसिया को हरा चुकी हैं.
कोलंबियाई मुक्केबाज 32 वर्षीय वालेंसिया पहली महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने ओलंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया और वो पहली महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने देश के लिये ओलंपिक पदक जीता. 38 वर्ष की मैरीकॉम के अब 2024 पेरिस ओलंपिक में खेलने की उम्मीदें कम हैं.
वैसे मैच में शुरू से ही दोनों मुक्केबाज एक दूसरे पर मुक्के जड़ रही थीं, वेलेंसिया ने शुरुआती राउंड 4-1 से अपने नाम कर दबदबा बना लिया. मणिपुर की मुक्केबाज मैरीकॉम ने दूसरे राउंड में बेहतरीन वापसी कर दूसरे और तीसरे राउंड को 3-2 से जीता. शुरुआती राउंड की बढ़त का वेलेंसिया को फायदा मिला और वो मैच को जीतने में सफल रहीं. मैरीकॉम ने दूसरे और तीसरे राउंड में दाहिने हुक का इस्तेमाल किया था.