हथियार लेकर घूम रहे मिजोरम के नागरिक, वहां कोई गया तो सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं’
गुवाहाटी : असम-मिजोरम (Assam Mizoram Border Row)के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव बना हुआ है। स्थिति की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि असम सरकार ने अपने नागरिकों की मिजोरम यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी की है। देश में अपने तरह का यह पहला मामला है जहां एक राज्य ने दूसरे प्रदेश की यात्रा पर सुरक्षा एडवाइजरी (Advisory) जारी की है। इस बीच, कचार के गार्जियन मंत्री अशोख सिंघल ने मिजोरम पर उकसाने वाला बयान देने का आरोप लगाया है।
मंत्री ने कहा है कि असम ने विवाद वाली पोस्ट को तटस्थ बलों को सौंप दिया है जबकि मिजोरम के सुरक्षाकर्मी वहां मौजूद हैं। गार्जियन मंत्री ने कहा कि असम सरकार की एडवाइजरी के बाद भी यदि कोई व्यक्ति मिजोरम जाता है तो उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी। अशोक सिंघल ने शुक्रवार को कहा, ‘दूसरे पक्ष की ओर से अभी भी उकसावे वाले बयान जारी किए जा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय की मध्यस्थता के जरिए आगे की बातचीत होगी। हमने विवाद वाले पोस्ट को तटस्थ बलों को सौंप दिया है लेकिन मिजोरम ने अभी भी अपने बलों को वहां से नहीं हटाया है।’
मंत्री ने एक वीडियो फुटेज का हवाला देते हुए कहा कि मिजोरम के लोग हमें धमकियां दे रहे हैं, उनके पास हथियार भी हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसे में हमने असम के लोगों को मिजोरम की यात्रा न करने की सलाह दी है। एडवाइजरी के बाद भी यदि कोई व्यक्ति वहां जाता है तो हम उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं लेंगे।’ असम सरकार ने गुरुवार को यात्रा परामर्श जारी करके राज्य के लोगों से अशांत परिस्थितियों के मद्देनजर मिजोरम की यात्रा से बचने और वहां काम करने वाले और रहनेवाले राज्य के लोगों से ‘अत्यंत सावधानी बरतने’ को कहा है। असम गृह सचिव एम एस मणिवन्नन द्वारा जारी परामर्श में कहा गया, ‘मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए, असम के लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मिजोरम की यात्रा न करें क्योंकि यह स्वीकार नहीं किया जा सकता कि असम के लोगों को कोई भी खतरा उत्पन्न हो।’