लॉन्ग जम्प सेमीफाइनल में जगह बनाने से 0.1 मीटर से चूके मुरली श्रीशंकर, खत्म हुआ ओलंपिक में सफर
नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में जारी ओलंपिक में भारतीय एथलीट लॉन्ग जम्प के लिये मुरली श्रीशंकर खेलते नजर आये। 22 वर्षीय मुरली पहली बार ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनते नजर आये जिसमें वह सेमीफाइनल मुकाबले में पहुंचने से महज 0.1 मीटर से चूक गये। लॉन्ग जम्प मुकाबले के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिये 8.15 मीटर का मार्क रखा गया था जिसके अलावा सबसे लंबी कूद लगाने वाले टॉप 12 खिलाड़ियों को जगह मिलनी थी।
श्रीशंकर ने पहले प्रयास में 7.69 मीटर की छलांग लगाई तो वहीं पर दूसरे प्रयास में 7.51 मीटर और आखिरी प्रयास में 7.43 मीटर की छलांग लगाई। रैंकिंग के लिये एथलीट की ओर से लगाी सबसे लंबी छलांग को मापा जाता है जिसके तहत श्रीशंकर की रैंकिंग के लिये 7.69 मीटर को ही मापा गया। हालांकि इसके बावजूद वो अगले राउंड में जगह बना पाने में नाकाम रहे और 13वें पायदान पर खत्म कर ओलंपिक का सफर खत्म किया।
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उल्लेखनीय है कि कोलंबिया के लेस्के गे ने भी 7.69 मीटर की छलांग लगाई लेकिन 12वें पायदान पर खत्म करते हुए अगले राउंड के लिये क्वालिफाई कर लिया है। ऐसे में दर्शकों के मन में सवाल उठ रहा था कि जब श्रीशंकर और लेस्क ने समान छलांग लगाई तो फिर उन्हें अगले दौर में जगह क्यों नहीं मिली।
इसके जवाब यह है कि श्रीशंकर अपने पहले प्रयास के बाद एक बार भी 7.69 के मार्क को छू नहीं सके थे तो वहीं पर लेस्के का दूसरा प्रयास अवैध हो गया था जबकि आखिरी प्रयास में 7.63 मीटर की छलांग लगाई। इसके चलते उन्हें 12वें पायदान पर रखा गया और वो अगले राउंड में क्वालिफाई कर लिया। इससे पहले भारतीय महिला धावक दुती चंद 100 मीटर फर्राटा रेस में क्वालिफाई नहीं कर सकी थी। दुती चंद ने 11.54 सेकेंडस में रेस को पूरा किया था और 5वीं हीट में 7वें पायदान पर फिनिश किया था। वहीं पर 4X400 मिक्सड इवेंट में भारतीय टीम सबसे आखिरी पायदान पर रही थी।