ट्विटर पर मदद की गुहार पर तुरंत प्रतिक्रिया दे रहे सुरेश प्रभु, एक और यात्री को मिली मदद
नई दिल्ली : यात्रा के दौरान रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर मदद मांगने की एक महिला की पहल का अच्छा परिणाम मिलने लगा है। छेड़छाड़ से परेशान इस महिला के बाद एक अन्य यात्री को मिली मदद से इसकी पुष्टि हुई है।
अपने अस्वस्थ पिता के साथ रेल यात्रा कर रहे एक व्यक्ति को रविवार को उस समय बड़ी मदद मिली जब ट्रेन राजस्थान के उसके पड़ाव पर रुकी। उसने ट्वीट करके अपने अस्वस्थ पिता के लिए व्हीलचेयर और अपने पिता को ट्रेन से बाहर ले जाने में सहायता मांगी थी। पंकज जैन नाम के इस व्यवसायी को उस समय हैरानी हुई, जब उसने देखा कि ट्रेन के मेड़ता रोड स्टेशन पहुंचने पर स्टेशन मास्टर, कुछ कुली और रेलवे का स्टाफ व्हील चेयर लेकर उसका इंतजार कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे स्टाफ ने पंकज जैन के इस ट्वीट पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और उन्हें और उनके पिता को मदद उपलब्ध कराई।
नम्रता महाजन भी भेज चुकी है एसओएस
इससे पहले नम्रता महाजन नाम की एक महिला ने सुरेश प्रभु के ट्विटर हेंडल पर एसओएस भेजा था। अपने ट्वीट में उसने लिखा था, ‘रेल मंत्री कृपया ट्रेन नंबर 18030 पर मेरी मदद करें। शेगांव में एक पुरुष यात्री मुझे परेशान कर रहा है। मैं ट्रेन में बेहद डरी हुई हूं।’ हालांकि नम्रता ने अपने ट्रेन के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी थी, लेकिन रेल मंत्रालय ने अपनी ओर से पहल करते हुए उनसे ट्रेन और सीट के बारे में जानकारी मांगी। इसके बाद ट्रेन जैसे ही भुसावल स्टेशन पर पहुंची, आरपीएफ के जवान उसकी मदद के लिए तैयार खड़े थे। नम्रता को कथित तौर पर परेशान करने वाले यात्री को दूसरे कोच में शिफ्ट कर दिया गया।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का कर रहे अनुसरण !
ऐसा लगता है कि रेल मंत्री इस बारे में अपनी सहयोगी मंत्री सुषमा स्वराज का अनुसरण कर रहे हैं जिन्होंने ट्विटर पर मदद के लिए मिले कॉल पर अपनी ओर से तुरंत प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक भारतीय से शादी करने वाली यमनी महिला को ऐसी गुहार पर मदद उपलब्ध कराई थी। इसी तरह एक अन्य मौके पर उन्होंने दक्षिण में एक महिला को मदद दी थी।