स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का लक्ष्य इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अर्जेंटीना को मात देना होगा ताकि पहली बार ओलंपिक फाइनल में जगह बना सके. भारतीय महिला टीम यहां के अपने प्रदर्शन से रैकिंग में सातवें पायदान पर है जो उसकी अब तक की बेस्ट रैंकिंग है. उसका मैच विश्व में नंबर दो अर्जेंटीना से होगा जो कि पांच वर्ष पहले रियो खेलों में चूकने के बाद ओलंपिक में सफलता हासिल करने के लिए बेताब है
भारत की आत्मविश्वास से भरी महिला टीम ने सोमवार को तीन बार के विजेता ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से मात देकर पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में एंट्री ली. भारतीय महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में इससे पहले बेस्ट प्रदर्शन मॉस्को ओलंपिक 1980 में रहा था, जब वो छह टीमों में चौथे पायदान पर थी.
महिला हॉकी ने तब ओलंपिक में डेब्यू किया था और मैच राउंड रोबिन आधार पर हुए थे, जिसमें शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें फाइनल में जगह बनायीं थी. टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर ने 22वें मिनट में भारत को मिले पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ.
इस मैच से पहले सभी परिस्थितियां रानी रामपाल की अगुवाई और सोर्ड मारजेन की कोचिंग वाली टीम के खिलाफ थी. गोलकीपर सविता की अगुवाई में भारतीय रक्षापंक्ति ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार खेल दिखाया और अपने एकमात्र गोल का अच्छी तरह से बचाव किया. गुरजीत, दीप ग्रेस एक्का, मोनिका और उदिता को लैस लियोन्स जैसी प्लेयर्स को रोकने के लिये इसी तरह की कोशिश जारी रखनी होगी.
अर्जेंटीना की महिला टीम ने सिडनी 2000 और लंदन 2012 में रजत पदक अपने नाम किया था. वो 2012 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है. उसने क्वार्टर फाइनल में 2016 के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता जर्मनी को 3-0 से मात दी थी. भारतीय टीम ने लगातार तीन हार के बाद लगातार तीन जीत हासिल की हैं और वो आत्मविश्वास से भरी है.
इन दोनों टीमों के बीच हाल के रिकार्ड को देखा जाये तो अर्जेंटीना का पलड़ा भारी दिख रहा है. इस साल ओलंपिक से पहले भारतीय महिलाओं ने अर्जेंटीना का दौरा किया था. भारत ने वहां सात मैच खेले. इनमें से अर्जेंटीना की युवा टीम के खिलाफ उसने दोनों मैच 2-2 और 1-1 से ड्रॉ कराए.
भारत इसके बाद अर्जेंटीना की बी टीम से खेली जिसमें उसे 1-2 और 2-3 से हार मिली. अर्जेंटीना की सीनियर टीम के खिलाफ उसने पहला मैच 1-1 से ड्रॉ खेला, अगले दो मैच 0-2 और 2-3 से हार गया. वही भारतीय पुरुष टीम सेमीफाइनल से आगे बढ़ने में विफल रही और सेमीफाइनल मैच में बेल्जियम से 2-5 से हारी.