स्पोर्ट्स डेस्क : ओलंपिक में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू रजत पदक जीतने के बाद घर वापस आ गयी है. भले ही वो देश की बड़ी प्लेयर्स में शुमार हो गई हैं और शोहरत पा रही हैं, वो अभी भी जमीन से जुड़ी हैं. वो आज भी अपने संघर्ष के दिनों को नहीं भूली हैं और यही वजह है कि मणिपुर के अपने गांव लौटने पर उन्होंने उन ट्रक ड्राइवर्स से मिलने की इच्छा जताई, जिन्होंने ट्रेनिंग के टाइम उनकी मदद की थी.
26 साल की चानू की ये इच्छा पूरी हुई और उन्हें वो ड्राइवर मिल गए हैं जिन्होंने इंफाल के ट्रेनिंग सेंटर तक पहुंचाने में उनकी मदद की थी. मीराबाई के परिवार ने अपने घर पर कुछ ड्राइवर्स को सम्मानित किया और गिफ्ट भी दिए. बताते चले कि मीराबाई ने टोक्यो से स्वदेश वापसी पर बोला था कि कैसे ट्रेनिंग के दौरान कुछ ट्रक ड्राइवर उन्हें 25 किलोमीटर दूर स्थित ट्रेनिंग कैंप तक ले जाने में मदद करते थे.
चानू के अनुसार, उनके घर से इंफाल स्थित ट्रेनिंग सेंटर 25 किलोमीटर दूर था, ऐसे में कुछ ट्रक ड्राइवर उन्हें वहां तक फ्री में पहुंचाते थे, जिससे उनके घर की आर्थिक तौर पर मदद होती थी.