अल्लाह हू अकबर…सुनते ही तालिबान हो जाता है आगबबूला?
काबुल: अफगानिस्तान की सेना और सेना का साथ देने वाले आम अफगानियों का नया नारा ‘अल्लाह हू अकबर’ बन गया है। हालांकि, अल्लाह हू अकबर सुनकर भला कोई मुसलमान गुस्सा क्यों होगा, लेकिन तालिबान के लड़ाके इन दिनों ‘अल्लाह हू अकबर’ सुनते ही आग-बबूला हो उठते हैं और अफगानिस्तान के राष्ट्रवादियों के लिए ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा एक तरह से नया हथियार बन गया है और तालिबान के खिलाफ इस हथियार का काफी इस्तेमाल किया जा रहा है।
अफगानिस्तान में इन दिनों राष्ट्रीय एकता दिखाने के लिए हजारों की संख्या में लोग एक जगह इकट्ठा होकर ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा बुलंद करते हैं और बताने की कोशिश करते हैं कि वो तालिबान के खिलाफ एकजुट हैं और सेना का साथ दे रहे हैं। अफगानिस्तानी न्यूज चैनल टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान के लाखों लोगों ने बुधवार रात एक साथ अलग अलग राज्यों में ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे जोर जोर से लगाए और तालिबान को चुनौती देने की कोशिश की है। बलखाब के लोगों ने भी तालिबान के खिलाफ जमकर नारे लगाए हैं। एक स्थानीय नागरिक ने कहा कि ”हम हर तरह के आतंक से लड़ने के लिए हमेशा तैयार हैं और हम तालिबान के खिलाफ भी तैयार हैं”।
हैरात शहर से शुरूआत
टोलो न्यूज के मुताबिक, अफगानिस्तान सेना का समर्थन दिखाने के लिए ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा एक तरह से बहुत बड़ा संकेत बन गया है। अगर किसी आम अफगान को देश की सरकार और सेना का समर्थन में अपना हाथ उठाना है तो वो ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगाता है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक हैरात शहर के छोटे से जगह में सबसे पहले सेना के समर्थन में ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगाया गया और फिर देखते ही देखते पिछले कुछ दिनों में अफगान राष्ट्रवादियों ने इसे तालिबान के खिलाफ इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब करीब पूरे अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ ये मुहिम शुरू हो गया है।