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अमृतसर। गुरुनगरी की गुरजीत कौर भारतीय महिला हॉकी टीम की ओर से खेलते हुए टोक्यो ओलिंपिक 2020 में पंजाब का नाम रोशन करने में कसर नहीं छोड़ी। भले ही भारतीय टीम मेडल पर कब्जा करने में सफल नहीं हो पाई है, मगर भारतीय महिला हाकी टीम के प्रदर्शन की सराहना देश ही नहीं विश्व के हर देश में रही है।
पंजाब के पड़ोसी राज्य हरियाणा सहित देश के विभिन्न राज्यों ने महिला हाकी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए अपने-अपने स्तर पर 50-50 लाख रुपया उपहार के रूप में देने की घोषणा करके उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। पंजाब सरकार ने गुरजीत कौर का मनोबल बढ़ाने के मकसद से आज तक कोई भी घोषणा नहीं की है। लोक निर्माण व शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने गांवों व शहरों को जोड़ने वाली सड़कों व उनके गावों के स्कूलों का नाम खिलाड़ियों के नाम पर रखने की घोषणा की है।
गुरजीत कौर ने कहा कि उन्हें कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्होंने राज्य का नाम रोशन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरा दमखम लगाकर मेडल पर कब्जा जमाने की कोशिश की। गुरजीत के पिता सतनाम सिंह का कहना है कि सरकार को कम से उनकी बेटी को डीएसपी की नौकरी देकर सम्मानित करना चाहिए, क्योंकि गुरजीत के खेल प्रदर्शन की हर तरफ सराहना हो रही है। उसने पंजाब का नाम ऊंचा किया है।
मेडल न जीत पाने के बाद भी दमदार प्रदर्शन करने वाली हॉकी खिलाड़ियों की हरियाणा हौसला अफजाई कर रहा है। टोक्यो गई महिला हॉकी टीम में हरियाणा से नौ महिला खिलाड़ी खेल रही थी। उन्हें 50-50 लाख रुपये देने की घोषणा हुई है। हालांकि हाकी खेल प्रेमियों व गुरजीत कौर के पारिवारिक सदस्यों में राज्य की इकलौती खिलाड़ी गुरजीत कौर के लिए कोई घोषणा न करने से निराशा हैं।
बता दें कि लीग के दो मैचों के साथ-साथ क्वार्टर फाइनल के बाद सेमीफाइनल व ब्रांज मेडल के मैच में गुरजीत कौर ने अपनी दमदार प्रदर्शन करते हुए चार गोल दागकर अपनी प्रतिभा का शानदार सुबूत दिया है।