यूपी चुनाव के लिए बीजेपी विस्तारक करेंगे सियासी जमीन तैयार
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल अपनी-अपनी तैयारी में जुटे हैं. 2017 विधानसभा और 2019 लोकसभा चुनाव की तर्ज पर बीजेपी 2022 की चुनावी जंग फतह करने के लिए विस्तारकों का सहारा लेगी. सूबे के हर एक विधानसभा सीट पर बीजेपी विस्तारकों की नियुक्ति और साथ ही उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए पाठशाला भी शुरू कर दी है. यह विस्तारक विधानसभा क्षेत्रों में रहकर न सिर्फ चुनावी थाह लेंगे, बल्कि सियासी जमीन तैयार करने के लिए प्रबंधन में भी अहम भूमिका निभाएंगे.
बीजेपी ने सूबे की सभी 403 विधानसभा सीटों के लिए एक-एक विस्तारक तैनात कर रही हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं में से विस्तारकों का चयन कर लिया गया है और अब उन्हें मंडल स्तर पर संगठन महामंत्री सुनील बंसल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रशिक्षण देने का काम भी शुरू कर दिए हैं. सुनील बंसल ने गोरखपुर मंडल के विस्तारकों की पाठशाला में पहुंचे और उन्हें चुनाव जिताने की मंत्र दिया.
गोरखपुर क्षेत्र के 10 जिलों के 62 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 70 विस्तारक नियुक्त किए गए हैं. विधानसभा क्षेत्र की संख्या के अतिरिक्त आठ विस्तारक पार्टी के निर्देश के पालन के लिए सुरक्षित रखे जाएंगे. कड़े मुकाबले वाली विधानसभा क्षेत्रों में मौका देखकर एक से अधिक विस्तारकों को भी लगाने की भी पार्टी की योजना है. ऐसे ही काशी क्षेत्र के अन्तर्गत के जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों के लिए विस्तारकों का चयन कर लिया गया है.
वहीं, पश्चिमी यूपी में मुरादाबाद, सहारनपुर और मेरठ मंडल मुख्य हैं. तीनों मंडल में विधानसभा की 70 सीटें हैं, जिसके लिए करीब 74 विस्तारक नियुक्त किए गए हैं. ऐसे ही बरेली मंडल के बदायूं जिले की भी एक सीट पश्चिम क्षेत्र में ही मानकर और इसे मिलाकर सीटें 71 होती हैं, जिन पर नजर रखने के लिए बीजेपी ने 75 विस्तारक नियुक्त किए हैं. इनमें से वर्तमान में भाजपा के पास 52 सीटें हैं. इसी तरह से सभी विधानसभा सीटों पर विस्तारक की नियुक्ति का काम बीजेपी तेजी से करने में जुटी है.
यूपी बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया यूपी के सभी सीटों के लिए विस्तारकों की नियुक्ति के साथ-साथ प्रशिक्षण का काम भी चल रहा है. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही विस्तारक विधानसभा क्षेत्रों में जाकर कार्यभार संभालेंगे. विस्तारक को विधानसभा चुनाव होने तक अपने संबंधित विधानसभा क्षेत्र में रहना होगा. उन्होंने बताया कि पार्टी की कोशिश है कि इस महीने से सभी विस्तारक अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच जाएं. इस बार सभी का चयन नए सिरे से किया गया है.
विस्तारक बीजेपी के लिए पूर्णकालिक काम करने वाले सदस्य हैं जो पार्टी इकाई से अलग हैं .संघ के आनुषांगिक संगठन जैसे एबीवीपी, वीएचपी, बजरंग दल जैसे ही अन्य इकाइयों से जुड़े सदस्य जो पूर्णकालिक काम करने की इच्छा रखते हों, वही विस्तारक बनाए जाते हैं, जो स्थानीय स्तर के बजाय सीधे प्रदेश कार्यालय को रिपोर्ट करते हैं. ज्यादातर विस्तारक युवाओं को बनाया गया है. संगठन का मानना है युवा विस्तारक बिना थके और ऊर्जा के साथ चुनाव तक मुस्तैदी से काम करते हैं.
राकेश त्रिपाठी बताते हैं कि बीजेपी के विस्तारक का काम अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्र में सेक्टर, बूथ और मंडल लेवल पर लोगों से संपर्क और संवाद स्थापित करने का होता है. विस्तारकों की मानिटरिंग के लिए विस्तारक प्रमुख और सह विस्तारक प्रमुख नियुक्त किए जाते हैं. ये पदाधिकारी समय-समय पर पार्टी द्वारा मिले निर्देश को विस्तारकों तक पहुंचाने का काम करते हैं.
बीजेपी के विस्तारक शुरुआती दौर में अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की चुनावी स्थिति, मौजूदा विधायक की छवि और संभावित दावेदार, विपक्षी दलों की स्थिति, कार्यकर्ताओं के संतोष सहित अन्य मुद्दों पर फीडबैक लेकर प्रदेश संगठन को देंगे. विधानसभा क्षेत्र में बूथ प्रबंधन से लेकर चुनाव प्रचार के प्रबंधन तक के कार्य विस्तारक ही करेंगे.
विस्तारकों को विधानसभा क्षेत्र में चुनाव सम्पन्न होने तक स्थायी रूप से निवास करेंगे और उनके निवास और खानपान की व्यवस्था की जिम्मेदारी संगठन ने खुद उठाती है. यही नहीं, विस्तारक को क्षेत्र में भागदौड़ के लिए पार्टी दोपहिया वाहन भी उपलब्ध करा रही है. ये विस्तारक पार्टी के उच्च पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच संवाद की कड़ी भी बनेंगे.
बीजेपी के विस्तारकर जमीनी स्तर पर आने वाले दिक्कतों का समाधान पहले अपने स्तर पर करेंगे. अगर समाधान उनकी क्षमता के बाहर है तो उसके लिए पार्टी पदाधिकारियों की मदद लेंगे. बीजेपी की क्षेत्रीय अध्यक्ष और उनकी टीम समय-समय पर विस्तारकों का मार्गदर्शन करती रहेगी. विस्तारक स्थानीय संगठन के अधीन नहीं होकर सीधे प्रदेश मुख्यालय को रिपोर्ट करेंगे.