स्पोर्ट्स डेस्क : दुबई में जारी एएसबीसी एशियाई युवा और जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप के चौथे दिन विश्वनाथ सुरेश और तीन अन्य भारतीय पुरुष मुक्केबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनायीं. सुरेश के अलावा वंशज (64 किग्रा), दक्ष सिंह (67 किग्रा) और जयदीप रावत (71 किग्रा) वो अन्य तीन मुक्केबाज थे जिन्होंने अंतिम-4 चरण में एंट्री ली और देश के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का किया.
विश्वनाथ ने भारत को दिन के लिए एक सही शुरुआत दी. उन्होंने पुरुषों के 48 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच में झोलबोरोसोव अमानतुर को हराया और एकतरफा अंदाज में 5-0 से जीत दर्ज की.
किर्गिज़ मुक्केबाज झोलबोरोसोव के पास विश्वनाथ के मुक्कों का जवाब नहीं था. भारतीय खिलाड़ी सामरिक प्रतिभा और शानदार ऊर्जा दिखाते हुए पूरे मैच में अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी रहे. वंशज ने भी ताजिकिस्तान के मखकामोव डोवुड के खिलाफ एकतरफा अंदाज में 5-0 से जीत दर्ज की.
जयदीप को स्थानीय मुक्केबाज आइसा मोहम्मद अलकुर्दी के खिलाफ दूसरे दौर में रेफरी स्टॉपिंग द कॉन्टेस्ट (आरएससी) के साथ विजेता घोषित किया गया. दूसरी ओर, दक्ष को हालांकि अपनी विभाजित 4-1 से जीत के दौरान किर्गिस्तान के तुर्दुबाएव एल्डर के खिलाफ कड़ा संघर्ष करना पड़ा.
इस बीच, विक्टर शेखोम सिंह (54 किग्रा), विजय सिंह (57 किग्रा) और रबीचंद्र सिंह (60 किग्रा) को निराशा हाथ लगी. इन सबको अपने-अपने क्वार्टर फाइनल में हार मिली. पहले से ही खुद को और देश के लिए पदक हासिल करने के बाद, चार लड़कियों समेत सात भारतीय जूनियर मुक्केबाज फाइनल में जगह बनाने का लक्ष्य रखेंगे.
ये सब इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता के पांचवें दिन सेमीफाइनल में लड़ेंगे, जिसमें दोनों आयु वर्ग- जूनियर और यूथ- पहली बार एक साथ खेले जा रहे हैं. लड़कों के वर्ग में रोहित चमोली (48 किग्रा), अंकुश (66 किग्रा) और भारत जून (+81 किग्रा) एक्शन में नजर आएंगे, मुस्कान (46 किग्रा), देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरज़ू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) बालिका वर्ग में रिंग में उतरेंगी.
महामारी की वजह से रोके जाने के कारण लगभग दो सालों के अंतराल के बाद, एशियाई स्तर पर होनहार युवा प्रतिभाओं के लिए चल रही एशियाई चैंपियनशिप आवश्यक प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है.