ट्रंप बोले- काबुल हमला नहीं होता अगर मैं आपका राष्ट्रपति होता
वॉशिंगटन। काबुल में लगातार हुए बम धमाकों 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। हमले के एक दिन बाद अमेरिका के पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा: ‘यह त्रासदी कभी नहीं होनी चाहिए थी और यह नहीं होता, अगर मैं आपका राष्ट्रपति होता।’
उन्होंने कहा, ‘एक राष्ट्र के रूप में, अमेरिका हमारे बहादुर और प्रतिभाशाली अमेरिकन सर्विस मेंबर्स के नुकसान का शोक मनाता है। इन महान अमेरिकी योद्धाओं ने अपनी ड्यूटी निभाने में अपना जीवन लगा दिया।’ अमेरिकी मरीन्स की मौत के बारे में बात करते हुए, ट्रंप ने कहा: ‘उन्होंने अपने देश के लिए खुद को बलिदान कर दिया। वे अमेरिकी हीरों की तरह मरे और हमारा देश हमेशा के लिए उनकी स्मृति का सम्मान करेगा।’
काबुल में गुरुवार को हुए चार विस्फोटों में कम से कम 110 लोग मारे गए और 150 से अधिक घायल हो गए। गुरुवार शाम भीड़भाड़ वाले काबुल हवाई अड्डे के बाहर से कई विस्फोटों की सूचना मिली थी। काबुल हवाईअड्डे पर हुए विस्फोटों में मारे गए लोगों में 13 अमेरिकी सैनिक भी थे। काबुल हवाईअड्डे के बाहर हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। संगठन ने एक आत्मघाती हमलावर की तस्वीर भी जारी की।
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- ‘हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपको ढूंढेंगे, मारेंगे और आपके किए की सजा देंगे। हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे। हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा।’ उन्होंने कहा कि काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों में अब तक तालिबान और इस्लामिक स्टेट के बीच मिलीभगत का कोई सबूत नहीं है।