स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो पैरालंपिक-2020 में अफगानिस्तान के दो प्लेयर जाकिया खुदादादी और हुसैन रासोली में खेलने के लिए शनिवार को जापान का राजधानी आ गए हैं. अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति ने दो दिन पहले बताया था कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां से दो पैरा प्लेयर्स को सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया है.
ये दोनों फ्रांस की राजधानी पेरिस में थे. इस सप्ताह यह दोनों खिलाड़ी पेरिस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स एक्सपर्टीज में ट्रेनिंग कर रहे थे. दोनों प्लेयर्स की इच्छा थी कि वो टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में भाग ले और अब वह इसके लिए जापान पहुंच गए हैं. नियमों को हिसाब से जाकिया और हुसैन के निकालने से पहले 96 और 72 घंटों के अंदर दो पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने थे इन दोनों का हानेडा एयरपोर्ट पर आने के बाद फिर से टेस्ट किया गया.
टोक्यो पैरालंपिक विलेज में आईपीसी के अध्यक्ष एंड्रयू पार्संस और आईपीसी एथलीट्स काउंसिल के चेयरपर्सन चेल्सी गोटेल ने उनका स्वागत किया. Olympics.com की रिपोर्ट के अनुसार, आईपीसी के अध्यक्ष एंड्रयू ने बोला कि, 2 दिन पहले हमें पता चला था कि अफगानिस्तान पैरालंपिक टीम टोक्यो नहीं आ पाएगी. इससे सभी परेशान था और दोनों प्लेयर्स को इससे निराशा हुई थी. इस ऐलान ने वैश्विक रूप से एक आंदोलन चलाया जिससे ये दोनों अफगानिस्तान से सुरक्षति जापान आ सके.
हमें हमेशा से पता था कि इन दोनों के टोक्यो खेलों में हिस्सा लेने की संभावना है और इसी वजह से मंगलवार को हुई ओपनिंग सेरेमनी में अफगानिस्तान के झंडे को परेड में फहराया गया था. टोक्यो 2020 में बाकी प्लेयर्स की तरह ही हमने भी उम्मीद नहीं छोड़ी थी. और अब जाकिया, हुसैन 4,403 पैरालिंपिक प्लेयर्स के साथ विलेज में हैं. जो खेल की अद्भुत ताकत को बयां करता है.
एथेंस 2004 के बाद से जाकिया पैरालिंपिक खेलों में भाग लेने वाली अफगानिस्तान की पहली खिलाड़ी होंगी. जाकिया k44-49 किलोग्राम भारवर्ग में ताइक्वांडो में खेलेंगी. वो दो सितंबर को प्रतिस्पर्धा पेश करेंगी. हुसैन को पुरुषों की 100 मीटर टी47 रेस में भाग लेना था, लेकिन अब वह पुरुषों की टी47 400 मीटर हीट में उतरेंगे. वह तीन सितंबर को प्रतिस्पर्धा पेश करेंगे.