फेस्टिव सीजन में बढ़ेगी सैलरी, केंद्रीय कर्मचारी ऐसे करें बढ़े वेतन का Calculation
नई दिल्ली 7th Pay Commission । केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2021 से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को महंगाई भत्ता देना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ता (DA) को 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी कर दिया है। लेकिन अब केंद्रीय कर्मचारियों को केंद्र सरकार की ओर से एक और खुशखबरी मिल सकती है। ऐसी खबर है कि केंद्र सरकार फेस्टिव सीजन में कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 3 फीसदी की फिर बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है। यदि ऐसा होता है तो कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़कर 31 फीसदी हो जाएगा।
जनवरी से ऐसे बढ़ा महंगाई भत्ता
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने जनवरी 2020 में DA में 4 फीसदी, फिर जून 2020 में 3 फीसदी और जनवरी 2021 में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। अब बढ़े हुए महंगाई भत्ते का भुगतान 3 किस्तों में किया जाएगा। AICPI के आंकड़ों की माने तो 7वें वेतन आयोग के तहत जून 2021 में डीए में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
मूल वेतन पर वेतन वृद्धि की गणना
सातवें वेतन आयोग के मैट्रिक्स के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारियों के लेवल-1 की सैलरी रेंज 18,000 रुपए से लेकर 56,900 रुपए तक है। इसका मतलब है कि न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपए है। अगर हम अपनी गणना न्यूनतम वेतन के आधार पर करें तो सितंबर में इतनी ही बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। अगर जून के केंद्र सरकार महंगाई भत्ते में 3 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला करती है तो डीए 31 फीसदी हो जाएगा और ऐसे में यदि केंद्रीय कर्मचारी की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपए हैं तो 31 फीसदी महंगाई भत्ते के लिहाज से कुल वार्षिक महंगाई भत्ता 66,960 रुपए होगा। ऐसे में वेतन में सालाना बढ़ोतरी 30,240 रुपए होगी।
कर्मचारी का मूल वेतन रु. – 18000 रुपए
नया महंगाई भत्ता (31%) रु.5580 प्रति महीने
पुराना महंगाई भत्ता (17%) रु.3060 प्रति महीने
अंतर की गणना करें: 5580-3060= 2520 रुपए प्रति महीने
वार्षिक वेतन में वृद्धि 2520X12 = 30240 रुपए