बीती शनिवार की रात कार की टक्कर से हुई एक छात्र की मौत के मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज परिजनों और लोगों ने बुधवार को दिलाराम चौक पर जाम लगाकर जमकर हंगामा किया। जाम खुलवाने के दौरान पुलिस कर्मचारियों से हुई धक्का-मुक्की के साथ प्रदर्शनकारियों का टकराव हो गया।
उग्र युवकों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की तो पुलिस ने लाठियां बरसा दी, जिससे अफरातफरी मच गई। पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को काफी दूर तक खदेड़ कर आए। कई लोगों को हिरासत में लेने के साथ पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ सड़क जाम और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा दर्ज किया है।
शहर के डीएल रोड निवासी गौरव अपने साथी अरुण और शैलू के साथ मोटरसाइकिल से शनिवार रात एक बजे शादी समारोह से लौट रहे थे। ओल्ड सर्वे चौक पर मोटरसाइकिल को सड़क किनारे खड़ी कर गौरव लघु शंका करने लगा, जबकि दोनों साथी अलग खड़े रहे। इसी बीच तेजी से आई कार ने गौरव को टक्कर मार दी, जिस कारण वह गंभीर घायल हो गया।
चार दिन बीतने के बाद भी छात्र की मौत के मामले में कार चालक का पता नहीं चलने से नाराज परिजनों और लोगों ने बुधवार को दिलाराम चौक पर जाम लगा दिया। इस कारण दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह जाम खोलने को राजी नहीं हुए।
पुलिस ने जबरन उन्हें हटाने का प्रयास किया तो जमकर धक्का-मुक्की हुई। उग्र युवकों ने पत्थरबाजी कर दी तो पुलिस ने लाठियां चला दी। पथराव और पुलिस के लाठियां बरसाने से अफरातफरी का माहौल बन गया। पुलिस उन्हें दूर तक खदेड़ते हुए ले गए। कई युवकों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने जाम को खुलवा दिया।
जाम लगाने के मामले में हाथीबडंकला चौकी के सिपाही गणेश कुटियाल की तरफ से 25-30 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि लोगों ने पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की की, जिससे सिपाही का वायरलेस गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया।
इंस्पेक्टर के चरणों में गिरकर लगाई गुहार
हादसे में मौत के मुंह में गए गौरव की मां उषा काफी विचलित हैं। प्रदर्शन के दौरान वह इंस्पेक्टर कोतवाली एसएस बिष्ट के पैरों में गिरकर बिलखने लगीं। वह लगातार कहती रही कि उन्हें इंसाफ चाहिए। इंस्पेक्टर ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया।