पटना में सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान आज, 2.50 लाख लोगों को लगेगी वैक्सीन
पटना. पटना में मंगलवार को अब तक का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलेगा. इसमें 2.50 लाख लोगों को एक दिन में वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है. अगर यह लक्ष्य पूरा हो जाता है, तो पटना एक दिन में देश भर में सबसे ज्यादा टीका लगाने वाला जिला बन जायेगा. इस लक्ष्य को पाने के लिए पटना जिला प्रशासन ने मेगा तैयारियां की हैं. जिले के 822 सेंटरों पर कोरोना वैक्सीन लगायी जायेगी. इन सेंटरों पर 967 एएनएम और 888 डाटा इंट्री ऑपरेटरों समेत बड़ी संख्या में अन्य कर्मियों को तैनात किया गया है.
प्रत्येक सेंटर पर आशा सेविका और जीविका दीदी द्वारा मोबिलाइजेशन का काम किया जायेगा. साथ ही प्रत्येक केंद्र पर दो- दो शिक्षक भी मौजूद रहेंगे. जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तरीय अधिकारी पूरे दिन अभियान की मॉनीटरिंग करते रहेंगे. पटना में पूर्व का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान सात अगस्त को हुआ था. इस दिन एक लाख 36 हजार 560 लोगों को वैक्सीन लगायी गयी थी.
यह पटना का एक दिन में वैक्सीनेशन का अब तक का रिकॉर्ड है. मंगलवार का अभियान इस रिकॉर्ड काे तोड़ सकता है. एक दिन में एक लाख से ज्यादा वैक्सीन लगा कर पटना इस श्रेणी के टॉप पांच जिलों में शामिल हो चुका है. इसकी तैयारियों को लेकर पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने सोमवार को बैठक की और विभिन्न अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं. उन्होंने अभियान को हर हाल में सफल बनाने की बात कही है.
उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पीएचसी में सुबह सात बजे ही उपस्थित होने तथा सभी कर्मियों को अपने- अपने सेशन साइट पर समय से उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. सुबह आठ बजे से ही वैक्सीनेशन का कार्य शुरू करने का निर्देश उन्होंने दिया है.
बैठक में अपर समाहर्ता विनायक मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ विभा सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक, सभी एसडीओ, बीडीओ व सीडीपीओ सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे.
पूरे राज्य में मंगलवार को 20 लाख से अधिक वैक्सीनेशन का लक्ष्य है. इसके लिए राज्य में कुल 20 हजार से अधिक केंद्र बनाये गये हैं. राज्य में अब तक तीन करोड़ 55 लाख 34 हजार 130 लोगों को कोरोना टीका दिया जा चुका है. इनमें 2.96 करोड़ को पहला और 59.25 लाख लोगों को दोनों डोज दिये जा चुके हैं. सोमवार को राज्य में सिर्फ 60 हजार लोगों को टीका दिया गया.