नहीं सुधरा तालिबान तो दिसंबर 2022 में भारत के पास होगा मिलिट्री एक्शन का मौका
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में आज तालिबान की सरकार का निर्माण होने जा रहा है और तालिबान ने कहा है कि नमाज के बाद नई सरकार का ऐलान किया जाएगा। वहीं, चीन ने तालिबान की सरकार बनने से पहले आर्थित मदद देने का वादा किया है, वहीं ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि अगर तालिबान ने अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ होने दिया, तो दिसंबर 2022 में भारत सरकार अफगानिस्तान में सेना उतार सकती है। तालिबान पर भारत की राय अफगानिस्तान में बदले हालात और वैश्विक परिदृश्य के बीच भारत सरकार काफी सावधानी से तालिबान को लेकर कदम उठा रही है।
अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर फिलहाल भारत, अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों के साथ खड़ा है और भारत सरकार को लगातार इनका समर्थन भी मिल रहा है। अमेरिका बार बार भारत सरकार के अफगानिस्तान में किए गये काम की सराहना करता रहा है। वहीं, अगस्त महीने में यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल का अध्यक्ष भारत था और तालिबान को लेकर जो प्रस्ताव यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल में पास किया गया, उसमें भारत समेत 13 देशों ने तालिबान को आतंकी संगठन नहीं माना, वहीं चीन और रूस ने प्रस्ताव पर वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया, जिसका मतलब ये हुआ कि भारत सरकार तालिबान को लेकर नजरे गड़ाए हुए है और तालिबान को मौका देने के मूड में है।