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पैरा बैडमिंटन में प्रमोद भगत के गोल्ड की चमक में लखनऊ की धमक

लखनऊ। टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय पैरा शटलरों ने शनिवार को ऐतिहासिक दिन बना दिया। इसमें पुरुष सिंगल्स एसएल थ्री में प्रमोद भगत ने स्वर्ण पदक जीता तो मनोज सरकार ने कांसे को अपने नाम किया। हालांकि पैरालंपिक में पहली बार शामिल किए गए पैराबैडमिंटन में इन शटलरों के शानदार प्रदर्शन की चमक में  नवाबों की नगरी लखनऊ का भी बड़ा योगदान है। दरअसल भारतीय पैरा शटलर पिछले लगभग दो साल से लखनऊ में ही रहकर अपनी तैयारियों को धार दे रहे थे।

भारतीय पैरा शटलर पिछले दो साल से ही लखनऊ में ही कर रहे थे अभ्यास

ये सभी शटलर यहां गौरव खन्ना खन्ना एक्सीलिया बैडमिंटन अकादमी ( भारत की पहली पेशेवर बैडमिंटन अकादमी) में अपनी तैयारियों को धार दे रहे थे जिन्हें द्रोणाचार्य अवार्डी कोच गौरव खन्ना ट्रेनिंग दे रहे थे। आज मिले मेडल का का जश्न एक्सीलिया बैडमिंटन अकादमी में भी नन्हें बैडमिंटन खिलाड़ियों ने प्रैक्टिस के  बाद मनाया।

गौरव खन्ना एक्सीलिया बैडमिंटन अकादमी में ख़ुशी मनाते ख़िलाड़ी

गौरव खन्ना एक्सीलिया बैडमिंटन अकादमी में द्रोणाचार्य अवार्डी कोच गौरव खन्ना ने दी ट्रेनिंग

कोरोना काल में भी कुछ दिक्कतों के साथ भारतीय पैरा शटलरों की ट्रेनिंग ग चलती रही और  भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए लखनऊ काफी लकी रहा है। यहां एक्सीलिया स्कूल के सहयोग से बनी भारत की पहली पेशेवर पैरा बैडमिंटन अकादमी से भारतीय पैरा खिलाड़ियों को काफी फायदा मिला है।

पुरुष सिंगल्स एसएल थ्री में प्रमोद भगत ने जीता एतिहासिक गोल्ड, मनोज सरकार ने कांस्य पदक

दरअसल टोक्यो पैरालंपिक में पहली बार बैडमिंटन को पैरालंपिक खेल के रूप में मान्यता मिली थी जिसमें भारत के सात पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी हिस्सा ले रहे है जिसमें प्रमोद भगत ने पुरुष सिंगल्स एसएल थ्री में स्वर्ण पदक जीतकर बैडमिंटन में पहला मेडल दिलाया और इसी वर्ग में मनोज सरकार के कांसे के साथ नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने पुरूष सिंगल्स एसएल फोर के फाइनल में पहुंचकर पदक पक्का किया। इसके अलावा कृष्णा नागर भी एसएच सिक्स वर्ग के फाइनल में पहुंच गए।

रविवार का सुहास एलवाई सहित कई अन्य खिलाड़ी करेंगे पदक की दावेदारी

इन खिलाड़ियों की सफलता पर भारतीय भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच गौरव खन्ना ने खुशी जताई कि मुझे खुशी है कि खिलाड़ियों ने पदक जीतकर सपना साकार किया। खासकर पहली बार में ही प्रमोद भगत ने स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा। उन्होंने कहा कि कल हमारे कुछ और खिलाड़ी फाइनल खेलेंगे और पूरा यकीन है कि कुछ और खिलाड़ी स्वर्णिम सफलता हासिल करेंगे।

इस मौके पर एक्सीलिया स्कूल के निदेशक आशीष पाठक और एक्सीलिया स्पोर्ट्स एकेडमी  के प्रमुख प्रवीण पाण्डे ने भी प्रमोद भगत और मनोज सरकार को बधाई दी। इस अवसर पर आशीष पाठक ने कहा कि रविवार को भी बैडमिंटन के अन्य वर्गों में भारत के हिस्से में पदक आएंगे। उन्होंने कहा की प्रमोद ने लखनऊ में किया गोल्ड मेडल जीतने का वादा पूरा किया है। 

बताते चले कि टोक्यो पैरालंपिक में  बैडमिंटन एसएल थ्री में प्रमोद भगत ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। प्रमोद ने फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन के डेनियल बैथेल को सीधे गेम में 21-14, 21-17 से मात दी। वर्ल्ड नंबर वन व एशियाई चैंंपियन भगत ने इससे पहले सेमीफाइनल  में जापान के दाइसुके फुजीहारा को 21-11, 21-16 से मात दी।

पांच वर्ष की उम्र में पोलियो के कारण बाएं पैर में विकृति का शिकार होने वाले भगत ने ने विश्व चैंपियनशिप में चार स्वर्ण सहित 45 इंटरनेशनल मेडल, 2018 पैरा एशिया खेल में एक रजत व एक कांस्य और बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में दो स्वर्ण और एक रजत पदक जीते। दूसरी ओर प्रमोद भगत और पलक कोहली की जोड़ी मिक्स डबल्स इवेंट में कांस्य पदक के लिए  जापानी जोड़ी के खिलाफ खेलेगी।

इसके साथ मनोज सरकार ने पुरूष सिंगल्स एसएल थ्री में कांस्य पदक जीता। उन्होंने 47 मिनट चले मैच में जापान के डाइसुके फुजिहारा को 22-20, 21-13 से मात दी। वहीं सुहास एलवाई ने एसएल फोर के सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को सीधे गेमों में हराया तो कृष्णा नागर ने एसएच सिक्स के सेमीफाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के क्रिस्टेन कूम्ब्स को मात दी। वहीं लुकास मजूर के खिलाफ हार का सामना करने वाले तरुण ढिल्लों के पास अभी कांस्य पदक जीतने का मौका हैं। 

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