देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को पब्लिक आई एप और महिला सुरक्षा के लिए मिशन गौरा शक्ति एप का शुभारम्भ किया। इस मौके पर कहा कि यह एप महिला सुरक्षा के साथ-साथ अपराध पर रोकने में उपयोगी साबित होगा। गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग की ओर से तैयार की गई महिला और पब्लिक एप को जारी किया।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ की ओर से पर्यावरण संरक्षण, कोरोना जागरूकता, हानिकारक कूड़े के निस्तारण और जोखिम पूर्ण स्थानों के चिन्हीकरण के लिए चलाये जा रहे माउण्ट गंगोत्री-1पर्वतारोहण अभियान का फ्लैग ऑफ भी किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से ऐप तैयार की गई है। अब इस एप के जरिए महिलाएं तुंरत शिकायत कर सकेगी। राज्य में अपराध रोकने और आमजन की समस्याओं की चिंता सरकार की प्राथमिकता में है। यह ऐप निश्चित की पुलिस और जनता के अपराध रोकने में सहायक बनेगा।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि मिशन गौरा एप के तहत बटन दबाते ही लोकेशन की जानकारी आ जाएगी। समय रहते पुलिस सूचना पर चौकस होकर काम करेगी। इसके साथ ही पब्लिक आई एप कोई भी अपराध और सूचना की जानकारी पुलिस को आसानी से भेज सकते हैं। इसके साथ ही कार्यवाही के लिए आपात नंबर पर काल कर जानकारी दे सकते हैं।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी,अरविन्द सिंह ह्यांकी एवं पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पब्लिक आई एप
जनता अपनी शिकायतों के साथ-साथ आसपास घटित हो रहे आपराधिक या विधि का उल्लंघन करने वाले कृत्यों की फोटो या वीडियो बनाकर पुलिस को भेज सकते हैं। शिकायतकर्ता की ओर से पूर्व में की गई शिकायत और उस पर हुई कार्यवाही की प्रगति के बारे में जान सकते हैं। साइबर क्राइम के बारे में शिकायत दर्ज की जा सकती है। किसी भी प्रकार की यातायात समस्या या सड़क दुर्घटना के संबंध में फोटो या वीडियो बनाकर कार्यवाही के लिए अपलोड किया जा सकता है। आपात स्थिति में 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
मिशन गौरा शक्ति
उत्तराखण्ड पुलिस की ओर से महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग एवं प्रभावी पहल के लिए मिशन गौरा शक्ति अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत छेड़खानी जैसी घटनाओं में प्रभावी कार्यवाही,बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण और शिकायत निवारण तंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जाएगा। इसके तहत पीड़िता इमरजेंसी की स्थिति में डायल कर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती है। ऑनलाईन ऑडियो, वीडियो एवं टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकती हैं। आपात स्थिति में 112 पर कॉल कर सकते हैं। अपनी शिकायत पर संबंधित पर हुई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त कर सकती है। एप के माध्यम से पुलिस के अन्य ऑफिसियल सोशल मीडिया अकाउंट पर भी संपर्क कर सकती हैं।
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