बेंगलुरु में मानसून के दौरान लगातार बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले, अगस्त में मिले 677 नए मरीज
Banglore: मानसून के दौरान बेंगलुरु में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ा है. मई के महीने में यहां डेंगू के 102 केस सामने आए थें जबकि मानसून की शुरुआत के बाद अगस्त तक इनकी संख्या बढ़कर 1,304 पर पहुंच गई है. केवल अगस्त के महीने में ही यहां डेंगू के 677 नए मामले सामने आए हैं जो कि मई के मुकाबले छह गुना अधिक हैं. हालांकि बैंगलोर महानगर पालिका (BBMP)के अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल यहां डेंगू को लेकर ज्यादा खतरा नहीं पैदा हुआ है और हालात काबू में हैं.
BBMP के मुताबिक, मई से अगस्त तक डेंगू को लेकर 12,203 सैम्पल की जांच की गई थी. जिनमें से 1,304 मामलों में डेंगू की पुष्टि हुई. मई में यहां डेंगू के 102 मामले सामने आए थे. वहीं इसके बाद जून में डेंगू के 174 केस मिले थे. हालांकि मानसून की शुरुआत के बाद एक बार फिर यहां डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. जुलाई के महीने में यहां इसके 351 सामने आए थे जबकि अगस्त के महीने में डेंगू के 677 मामलों की पुष्टि हुई है. BBMP के आठ जोन की अगर बात करें तो, ईस्ट जोन में डेंगू के सबसे ज्यादा 438 मामले सामने आए हैं. वहीं साउथ जोन 319 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है.
BBMP के चीफ हेल्थ ऑफिसर बीके विजेंद्र के मुताबिक, “इसमें कोई दो राय नहीं है कि यहां डेंगू के मामले बढ़े हैं. हालांकि फिलहाल हालात चिंताजनक नहीं है और स्थिति पूरी तरह से काबू में है. हम जमीनी हालात को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं. जिस भी इलाके में केस सामने आ रहे हैं हम वहां लगातार फ़ॉगिंग करवा रहे हैं जिस से कि लार्वा को पैदा होने से रोका जा सकें. आमतौर पर मानसून के मौसम में डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है.” बता दें कि, कर्नाटक सरकार को केंद्र की ओर से immunoglobulin M (IgM) टेस्ट किट उपलब्ध कराई गई हैं. ये टेस्ट किट्स डेंगू के मामलों की सटीक पुष्टि करती हैं.
वहीं एक्स्पर्ट्स के मुताबिक, जिन लोगों को कोरोना हुआ है वो डेंगू के चलते गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं. एस सुहास मल्टीस्पेशीऐलिटी हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर जगदीश हिरेमथ के मुताबिक, “पिछले कुछ दिनों में लगातार डेंगू के मामलों में इजाफा हुआ है. जो लोग कोरोना से रिकवर कर चुके हैं उनके इस डेंगू के चलते गंभीर बीमार पड़ने की आशंका है.” साथ ही उन्होंने कहा, “मानसून के मौसम में वायरल इन्फ़ेक्शन होना आम बात है. हालांकि कोरोना महामारी के इस दौर में हम किसी भी इन्फ़ेक्शन मामूली समझकर उसे इग्नोर नहीं कर सकते. कोरोना से रिकवर होने के बाद सही तरह से एहतियात बरतकर हम सभी तरह के वायरल इन्फ़ेक्शन्स से अपना बचाव कर सकते हैं.”