राज्यराष्ट्रीय

मध्यप्रदेश को मिलेगा 11,311 करोड़ रुपये की 1530 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं का तोहफा

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश को इसी हफते 11 हजार करोड़ से ज्यादा की सड़क परियोजनाओं का तोहफा मिलने जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 16 सितंबर को मध्यप्रदेश में कुल 11,311 करोड़ रुपये की लागत वाली 35 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। मध्यप्रदेश सरकार के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि ये परियोजनाएं राज्य में 1,530 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण से संबंधित हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गडकरी राज्य में सड़क निर्माण की 21 परियोजनाओं का शिलान्यास और 14 परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।

इस कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई) के अधिकारियों ने बताया कि इंदौर के इस कार्यक्रम से पहले, गडकरी आठ लेन वाले दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के राज्य से होकर गुजरने वाले करीब 245 किलोमीटर लम्बे हिस्से के जारी निर्माण कार्य का बृहस्पतिवार को रतलाम जिले में निरीक्षण करेंगे। अधिकारियों के मुताबिक इस हिस्से के निर्माण पर करीब 8,437 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के तहत बनाई जा रही आठ लेन की सड़क पश्चिमी मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में 102.4 किलोमीटर, रतलाम जिले में 90.1 किलोमीटर और झाबुआ जिले में 52 किलोमीटर गुजरेगी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस परियोजना के तहत प्रस्तावित कुल 245 किलोमीटर में से 106 किलोमीटर लम्बी सड़क बनाई जा चुकी है और बाकी काम पूरा करने के लिए नवंबर 2022 की समय-सीमा तय की गई है।

वहीं आज गडकरी ने देश की सड़क और राजमार्ग परियोजनाओं को सोने की खान करार देते हुए अमेरिका के निवेशकों को इस क्षेत्र में निवेश करने को कहा है। गडकरी ने भारत-अमेरिका आर्थिक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश का सड़क नेटवर्क काफी शानदार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में औद्योगिक संकुलों, सड़क किनारे सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र में आमदनी भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ”मैं ईमानदारी से उम्मीद करता हूं कि अमेरिका के ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को भारत की सड़क और राजमार्ग परियोजनाओं में निवेश के लिए आना चाहिए। ये परियोजनाएं सोने की खान हैं।” मंत्री ने कहा कि विशेषरूप से बीमा और पेंशन कोषों के लिए यहां अवसर है।

Related Articles

Back to top button