हरिद्वार : जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 टीकाकरण की लक्ष्य प्राप्ति के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एसके झा ने बताया कि दिनांक 17 सितम्बर को वृहद टीकाकरण की योजना है, जिसके अंतर्गत हरिद्वार जनपद के लिए 50 हजार टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि हमने इधर एक महीने के दौरान लगभग 6 लाख लोगों को कोविड-19 का टीका लगाया है, जिसमें सभी का भरपूर सहयोग मिला। उन्होंने यह भी बताया कि जनपद के हर ब्लाॅक के लिए टीकाकरण हेतु अलग-अलग लक्ष्य रखा गया है। हमें इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिस तरह से पोलियो ड्राप पिलाने के लिए तथा चुनाव के लिए तैयारी की जाती है, उसी तरह की तैयारियां करनी हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने टीकाकरण से जुड़े हुए सभी कार्मिकों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी के विशेष प्रयासों से भगवानपुर, रूड़की, लक्सर आदि में टीकाकरण की गति काफी तेज रही। बैठक में स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने जिलाधिकारी को विभिन्न ब्लाॅकों में प्रथम डोज एवं द्वितीय डोज लगवा चुके एवं ऐसे लोग, जिन्होंने अभी तक प्रथम डोज अथवा द्वितीय डोज नहीं लगवायी है, के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि हरिद्वार में कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज 96 प्रतिशत तथा रूड़की में 91 प्रतिशत लोगों को दी जा चुकी है।
जिलाधिकारी ने कहा कि 17 सितम्बर के टीकाकरण अभियान के लिए हमें माइक्रो प्लानिंग करनी होगी। बाॅर्डर पर हमें सतर्कता बरतनी होगी, बार्डर पर वैक्सीनेशन एवं टेस्टिंग के लिए टीमें तैनात की जाएगी। औद्योगिक क्षेत्र का जिक्र करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योगों में काम करने वाले जिन कार्मिकों को पहली डोज लग गयी है तथा उनकी दूसरी डोज लगने की बारी आ गयी है, वह अपनी दूसरी डोज लगाना सुनिश्चित करें। इस मौके पर जानकारी देते हुए महाप्रबन्धक जिला उद्योग पल्लवी गुप्ता ने बताया कि जनपद में 600 उद्योग पंजीकृत हैं, जिनमें लगभग दो लाख कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, जिनमें से 90 प्रतिशत कार्मिक वैक्सीन लगा चुके हैं।
इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी उद्योगों से शत-प्रतिशत वैक्सीन लगाने के सम्बन्ध में प्रमाण पत्र ले लिया जाए। जिन उद्योगों के कार्मिकों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, वह अपने कार्मिकों की सूची उपलब्ध करायें। उसी अनुसार ऐसे उद्योगों में वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए जितनी भी मोबाइल टीमों की आवश्यकता होगी, वह उपलब्ध करायी जायेंगीं। उन्होंने यह भी कहा कि उद्योगों में शिफ्ट के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण की डेडीकेटेड टीमें लगायी जाएं। जिलाधिकारी ने रेलवे एवं रोडवेज स्टेशनों पर टीकाकरण की व्यवस्था करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस संबंध में रेलवे एवं रोडवेज के अधिकारियों से सम्पर्क स्थापित करना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं से भी टीकाकरण के संबंध में विचार-विमर्श किया। सचिव रेडक्रास श्री नरेश चैधरी ने बताया कि अगर हमें दस वार्डों के वैक्सीनेशन के लिए जिम्मेदारी सौंपी जाती है, तो हम शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करके देंगे। प्लान इण्डिया के प्रतिनिधि श्री राम कुमार ने भी वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में अपने सुझाव रखे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. सौरभ गहरवार ने कहा कि 17 सितम्बर के टीकाकरण अभियान में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों को विशेष ईनाम दिया जाएगा। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) प्यारेलाल शाह, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रूड़की अंशुल सिंह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एसडीएम भगवानपुर बृजेश तिवारी, नगर आयुक्त नगर निगम रूड़की नुपुर वर्मा, नगर आयुक्त नगर निगम हरिद्वार दयानन्द सरस्वती, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एसीएमओ डाॅ. एचडी शाक्य, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, आरएम सिड़कुल जीएस रावत, जिला कार्यक्रम अधिकारी देव सिंह, जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी वरद जोशी, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा कैन्तुरा, डाॅ. अजय कुमार, डाॅ. कोमल आदि सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।