राजधानी में बारिश से सरकारी कार्यालय से लेकर रिहायशी इलाकों में घुसा पानी
लखनऊ। लखनऊ में बीती रात से हो रही तेज बारिश से सरकारी कार्यालय से लेकर रिहायशी इलाकों तक बारिश का पानी घुस गया। सड़कें, गलियां और बाजार के मुख्य मार्ग जलमग्न है। सड़कों पर पानी भर जाने से वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। झमाझम बारिश के कारण स्कूल, कॉलेज, महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय भी खुल नहीं सके। पूरी तरह से जनजीवन प्रभावित है।
गुरुवार की सुबह अपने कार्यालयों को निकले हुए लोगों को भारी बारिश से परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़कों पर लगे पानी के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। कुछ जगहों पर हाईकोर्ट मार्ग, पॉलिटेक्निक चौराहे पर बारिश के पानी ने वाहनों को खड़ा ही कर दिया। बाराबंकी की ओर से आने वाले वाहनों की फ्लाईओवर पर लंबी कतार लग गई और इसका असर शहरी चौराहों पर भी होता दिखाई दिया।
लखनऊ के नगर निगम में बारिश के पानी घुस जाने के कारण कर्मचारियों और अधिकारियों के आने जाने में हादसा समस्या सामने आई। नगर निगम में जलभराव के कारण सुबह पहुंचे कर्मचारियों ने वाहनों को बाहर खड़ा कर कपड़े बचाते हुए कार्यालय में प्रवेश किया।
शहर के गीतापल्ली इलाके में घरों में पानी घुस आया तो गोमती नगर के कई खंडों, लेपैक कॉलोनी, बादशाहबाग़, मवैया, ऐशबाग, तेलीबाग क्षेत्रों में भारी जलभराव के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाए।
बारिश के पानी के साथ तेज हवा के प्रभाव से शहरी इलाकों में लगी हुई कई होल्डिंग सड़क पर गिर गई। जिन्हें बाद में नगर निगम के वाहनों पर लादकर ले जाया गया। विक्रमादित्य मार्ग पर समाजवादी पार्टी कार्यालय के आस-पास लगी कुछ होर्डिंग भी जमीन पर गिर पड़ी।
सीतापुर रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी में जलभराव के कारण सब्जी विक्रेताओं को खासा कठिनाई का सामना करना पड़ा। ज्यादातर सब्जी विक्रेता अपना माल जमीन पर नहीं उतर पाए और वाहनों में रखकर ही उन्होंने सब्जियां बेची।
प्राइवेट और सरकारी स्कूल कॉलेजों के लिए निकले बच्चों को कठिनाइयां हुई तो अधिकांश विद्यालयों ने रेनी डे करते हुए छुट्टी घोषित कर दिया। लखनऊ बीती रात बारिश शुरू होने के साथ ही विद्युत कटौती हुई और सुबह 10 बजे तक कुछ जगहों पर फीडर में आई खराबी और तार टूटकर गिरने से कटौती जारी रही।