देहरादून: उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा की मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को पंजीकरण करने के बाद ई-पास जारी किए जाएंगे। ई पास होने पर ही दर्शन की अनुमति होगी। इस सीजन की यात्रा करीब डेढ़ माह की ही रह गई है। नवबंर माह में दीपावली के बाद कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
कोविडकाल में करीब 2 साल बाद पहली बार श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा खुल गई है। यात्रा करने वालों के लिए राज्य सरकार की और से एसओपी जारी की गई है। राज्य के बाहर से आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल पर भी अनिवार्य रूप से पंजीकरण करना होगा। साथ ही कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के 15 दिन के बाद प्रमाण पत्र दिखाने पर यात्रा की अनुमति दी जाएगी। लेकिन केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से आने वाले यात्रियों को दोनों डोज लगवाने के बाद 72 घंटे पहले की कोविड जांच निगेटिव रिपोर्ट दिखानी अनिवार्य होगी।
चारधाम यात्रा देवस्थानम बोर्ड की देखरेख में ही होगी।ऐसे में देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। जिसके बाद देवस्थानम बोर्ड की ओर से सीमित संख्या में प्रतिदिन ई-पास जारी किए जाएंगे। मंदिर परिसर में प्रसाद चढ़ाने और तिलक लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। मंदिरों में कोविड प्रोटोकाल का पालन कर मास्क पहनने, सोशल डिस्टेसिंग की निगरानी देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड करेगा।