Big Breaking : महंत नरेन्द्र की मौत: संजय सिंह बोले-योगी सरकार में साधु-संत भी सुरक्षित नहीं, CBI जांच की मांग
प्रयागराज, 20 सितंबर 2021, (एक्सक्लूसिव) : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद जहां भर से नेताओं, साधु सन्तों ने गहरा शोक जताया है। वहीं इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। वहीं सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सुसाइड नोट में संदीप तिवारी और आनंद गिरी का नाम सामने आ रहा है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने महंत नरेन्द्र गिरी की मौत को लेकर योगी सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य नरेन्द्र गिरी जी की संदिग्ध परिस्थितियों मौत की खबर सुनकर बेहद आहत हूं। संजय सिंह ने कहा कि इस सरकार में न आम इंसान सुरक्षित है न साधु संत,महंत इस मामले की CBI जांच कराई जाय।
वहीं सेवानिवृत आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने भी ऐसी मांग करते हुए कहा कि संत जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं आत्महत्या कैसे कर सकते हैं? आत्महत्या को प्रेरित करना भी एक अपराध है। सुसाइड नोट एक वसीयत के रूप में होना भी संदिग्ध है। महन्त नरेन्द्र गिरी की संदिग्ध मौत की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
उधर प्रयागराज आईजी के.पी. सिंह ने घटनाक्रम को लेकर बताया कि हमें आश्रम से फोन आया कि महाराज महन्त नरेन्द्र गिरि फंदे से लटक गए हैं। जब हम यहां आए तो देखा कि महाराज जमीन पर लेटे हुए थे। रस्सी पंखे में फंसी हुई थी। उनकी मृत्यु हो चुकी थी। प्रथम दृष्टया ये सुसाइड का मामला लग रहा है। उनका सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि मैं बहुत से कारणों से दुखी था इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। अपने शिष्य का भी जिक्र किया है। इसके अलावा वसीयतनामा को लेकर अपनी बात कही है। मामले में जांच जारी है।