पंजाब में बदलाव के बाद अब राजस्थान में पायलट खेमा हुआ सक्रिय, मुख्यमंत्री बदलने की मांग
नई दिल्ली: पंजाब में कांग्रेस ने बड़ा बदलाव किया, जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दिया और उनकी जगह पर चरणजीत सिंह चन्नी को नया मुख्यमंत्री बनाया गया। इसे कैप्टन के विरोधी रहे नवजोत सिंह सिद्धू की जीत मानी जा रही है। वहीं दूसरी ओर राजस्थान में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच गुटबाजी जारी है। पंजाब में हुए हालिया बदलाव की आग अब राजस्थान कांग्रेस तक भी पहुंच गई है, जहां पायलट समर्थकों ने फिर से मुख्यमंत्री बदलने की मांग उठा दी।
पंजाब घटनाक्रम के बाद सबसे पहले पीसीसी के पूर्व महासचिव महेश शर्मा ने गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोला। न्यूज 18 से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में सबसे पुरानी पार्टी ने पायलट की कड़ी मेहनत से सरकार बनाई, ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया जाना चाहिए। अगर पायलट अभी सीएम बन जाते हैं, तो इसका पूरा फायदा चुनाव में होगा।
वहीं गुरुवार को कांग्रेस महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन ने कहा था कि राज्य में कैबिनेट विस्तार और संगठनात्मक फेरबदल के लिए रोडमैप तैयार है। अगर अशोक गहलोत बीमार नहीं पड़ते तो हम मंत्रिमंडल का विस्तार करते, साथ ही बोर्ड निगमों और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति भी कर दी जाती। उन्होंने कहा कि गहलोत अभी भी अस्वस्थ हैं और घर से अपना काम कर रहे हैं। जैसे ही वो ठीक होते हैं, ये काम कर दिया जाएगा।
मकान से भी पत्रकारों ने सचिन पायलट की ताजपोशी को लेकर सवाल किए थे, जिसको उन्होंने टाल दिया था। उन्होंने कहा कि राज्यस्तर पर जो भी मुद्दे हैं, वो बतौर प्रदेश प्रभारी उस पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन जो चीजें AICC स्तर की हैं, उस पर वो कुछ नहीं कह सकते हैं।