महिला को मालूम चला घर में रह रहे डॉगी का राज, डॉक्टर्स बोले- मेडिकल मिस्ट्री
लंदन. ये कहानी ब्रिटेन (Britain) में रहने वाले डॉगी डेव (Blind Doggy Dave) और उसकी मालकिन की है. 69 वर्षीय महिला जेन डाउन्स (Jane Downes) को बिल्कुल भी मालूम नहीं था कि एक साल पहले जिस डॉगी को वह अपने साथ लाई है, वह पूरी तरह से अंधा है. लेकिन डॉगी अंधा (Blind dog) होने के बावजूद भी देख सकता है. डॉक्टर्स ने इस केस को ‘मेडिकल मिस्ट्री’ (Medical Mystery) का नाम दिया है.
कैम्ब्रिज में रहने वाली जेन बताती हैं कि डेव ने कभी भी गलत जगह अपना पैर नहीं रखा. अंधेपन के बाद भी न जाने कैसे वह रास्ता देख लेता है. इस कंडिशन को उसने पशु चिकित्सकों को भी हैरत में डाल दिया है. महिला उसके साथ दिनभर खेलती है और वह दूसरे अन्य डॉगीज के साथ खेलता है, लेकिन कभी भी डेव यह महसूस नहीं होने देता कि वह अंधा है. उसके पैदा होने के बाद से ही उसकी रेटिना डेवलप नहीं हो सकी थी. अभी डेव की उम्र पांच से सात साल है और डॉक्टर्स के मुताबिक, वह पूरी तरह से अंधा है. लेकिन वह फिर भी कैसे देख सकता है, इसका जवाब कोई पशु चिकित्सक नहीं दे सका.
महिला उसके साथ दिनभर खेलती है और वह दूसरे अन्य डॉगीज के साथ खेलता है, लेकिन कभी भी डेव यह महसूस नहीं होने देता कि वह अंधा है जेन ने बताया कि ये बड़ी हैरत वाली बात है कि उसका डॉगी अंधा है और फिर भी वह देख सकता है. क्या उसके सिक्स सेंस डेवलप हो चुके हैं. या वह हम सबको बेवकूफ बना रहा है. महिला डेव को फरवरी 2020 में एनीमल रेस्क्यू सेंटर से लेकर आई थी. पशु चिकित्सक ने भी उसे देखने की बीमारी के संबंध में कुछ नहीं बताया था. कई लोग महिला से कहते थे कि उसके डॉगी की आंखें बेहद सुंदर हैं. महिला को भी उस वक्त तक उसके अंधे होने के बारे में नहीं पता था. उसे जहां से भी बुलाओ, वह चला आता था.
जेन ने बताया कि दिसंबर में एक पैट शॉप में डेव ने चलते-चलते ठोकर खा गया. तब शॉप ओनर ने बताया कि शायद उसका डॉगी अंधा है. वह तुरंत पशु चिकित्सक के पास ले गई और फिर उसे वो सच का पता लगा. डॉक्टर ने बताया कि उसके रेटिना डेवलप नहीं हुए हैं वह जन्मजात पूरी तरह से अंधा है.
इस रहस्य का पता लगने के बाद महिला डॉगी को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के डेविड विलियम्स के पास ले गई, वह टॉप वेटरनरी हैं, उन्होंने डेव के लिए दो ऑब्स्टिकल चैलेंजेंस और रेटिना टेस्ट किए. उन्होंने अपने टेस्ट में बेहद ही चौंकाने वाली बातें बताईं. लोकल न्यूजपेपर को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैंने अपनी लाइफ में बहुत से ब्लाइंड डॉगी देखे हैं, पर डेव जैसा नहीं, ये मेडिकल मिस्ट्री है. मैं आपको बस समझा नहीं सकता. आप साेचते हैं कि आप सब कुछ जानते हैं, लेकिन हर केस में ऐसा नहीं है.”
डॉगी को नहीं होती कोई परेशानी
जेन ने बताया कि ब्लाइंड होने के बाद भी डेव को कोई परेशानी नहीं आ रही है. वह खाने की तरफ सीधा जाता है. वह दूसरे डॉगीज का पीछा बिल्कुल वैसे ही करता है जैसे सामान्य डॉगी. वह मेरी कार के बूट पर जंप करता है और झील के आसपास उछलकूद मचाता है. ऐसा मौका बहुत कम ही आता है जब वह खुद को न संभाल पाए