भारत बंद पूर्ण रूप से रहा सफल, आगे की रणनीति बनाएगा संयुक्त किसान मोर्चा: राकेश टिकैत
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने आज भारत किया। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सुबह 06 बजे से शाम 04 बजे तक बंद की अपील की थी। जिसका देशभर में असर देखा गया, ज्यादातर राज्यों में इस दौरान सड़कों पर किसानों ने जाम लगाया तो वहीं बाजार भी बंद रहे। बंद को कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने भी अपना समर्थन किया।
वहीं मजदूर यूनियनों और कई सामाजिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया। देशव्यापी हड़ताल के दौरान पूरे देश में सभी सरकारी और निजी कार्यालय, शैक्षणिक और अन्य संस्थान, दुकानें, उद्योग और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान के साथ-साथ सार्वजनिक कार्यक्रम और अन्य कार्यक्रम बंद रहे। हालांकि, अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य सहित सभी आपातकालीन प्रतिष्ठानों और आवश्यक सेवाओं व व्यक्तिगत आपात स्थितियों में भाग लेने वाले लोगों को छूट रही।
भारत बंद को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा ‘भारत बंद’ पूर्ण रूप से सफल रहा। आगे की रणनीति संयुक्त किसान मोर्चा बनाएगा। हमें किसानों का पूरा समर्थन मिला। हम सब कुछ सील नहीं कर सकते क्योंकि इससे लोगों को आवाजाही में परेशानी होगी। हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार किसी तरह की बातचीत नहीं कर रही है। उन्होंने आगे कहा, ‘उन्होंने (योगी आदित्यनाथ) ने घोषणापत्र में गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 375-450 रुपये करने का वादा किया था, फिर भी उन्होंने केवल 25 रुपये ही बढ़ाए। उन्हें हुए नुकसान का हिसाब देना चाहिए। सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। एमएसपी दरों पर नहीं बिक रही फसलें।’
केन्द्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विभिन्न किसान यूनियनों के भारत बंद के कारण भारत के कई हिस्सों में, विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनजीवन सोमवार को बाधित हो गया। विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों और प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। कई स्थानों पर वे रेल की पटरियों पर भी बैठ गए जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ।