उत्तराखंडराज्य

सिस्टम की फाइलों में अटकी सड़क, तो ग्रामीणों ने खुद बनानी शुरू कर दी रोड

रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के जसोली गांव के लोग बीती 21 सितंबर से खुद ही कुदाल, गैंती-फावड़ा लेकर मोटर मार्ग के निर्माण में जुटे हुए हैं. श्रमदान के साथ ही ग्रामीण चंदा जुटाकर मशीन से कटिंग और मलबा हटाने की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे हैं.

बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सभी लोग ग्राम प्रधान अर्चना चमोली के नेतृत्व में जसोली-जीआईसी चमकोट मोटर मार्ग निर्माण के लिए बढ़-चढ़कर श्रमदान दे रहे हैं, ताकि जसोली अनुसूचित बस्ती, जीआईसी कॉलेज चमकोट, स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी केंद्र सड़क मार्ग से जुड़ सकें.

गांव के लोगों का आरोप है कि सड़क के लिए वे शासन-प्रशासन के कई चक्कर काट चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई न होने पर ग्रामीणों ने मिलकर श्रमदान से सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है. ग्राम प्रधान अर्चना चमोली ने बताया कि शासन-प्रशासन की ओर से सड़क बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं ली जा रही है और पर्यावरण नियमों का हवाला देकर सड़क निर्माण के कार्य को टाला जा रहा है. उन्होंने कहा सड़क निर्माण न होने की वजह से गर्भवती महिलाओं व अन्य मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उनकी तरफ से सर्वे होने के बाद फाइल भारत सरकार को पहुंच चुकी है और पर्यावरण मंत्रालय की स्वीकृति मिलने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी.

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