बेंगलुरु के एक बोर्डिंग स्कूल में कोरोना का कहर, 60 छात्र निकले पॉजिटिव
हाल के दिनों में कोरोना के मामलों में काफी कमी आई है. यही वजह है कि देश के कई राज्यों में स्कूल खोले जा रहे हैं. लेकिन बेंगलुरु से एक चौंकाने वाली खबर आई है. बेंगलुरु के श्री चैतन्य बोर्डिंग स्कूल में 60 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे पहले 480 छात्रों का सैंपल टेस्ट के लिए लिया गया था. हालांकि 60 कोरोना पॉजिटिव छात्रों में सिर्फ दो छात्रों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं. बाकी में फिलहाल कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं.
इसके साथ ही स्कूल में काम करने वाले स्टाफ का भी सैंपल लिया गया था. लेकिन उनमें किसी का भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आया. यहां काम करने वाले कुल स्टाफ में 22 शिक्षक और 35 अन्य को वैक्सीन दी जा चुकी है. यहां पढ़ने वाले सभी बच्चों के मां-बाप को भी वैक्सीन लग चुकी है.पिछले एक महीने से छात्र यहां बोर्डिंग स्कूल में रह रहे हैं. इनमें 14 छात्र तमिलनाडु से हैं, जबकि 46 छात्र कर्नाटक के अलग अलग हिस्से से हैं. ये सभी छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. ये सभी 60 छात्र 11वीं और 12वीं के हैं. दरअसल इनमें से एक छात्र बेल्लारी से आया था. उसमें कोरोना के लक्षण पाए गए थे. जिसके बाद उसकी कोरोना जांच की गई.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक निजी स्कूल में 32 छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. कोरोना से हालात काबू में आने के बाद हाल ही में प्रशासन ने 10वीं और 12वीं के स्कूल खोलने की इजाजत दी थी.जानकारी के मुताबिक, कोरोना विस्फोट जम्मू के राजौरी जिले में हुआ है. यहां एक प्राइवेट स्कूल के 32 छात्र कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. दरअसल, प्रशासन ने आदेश दिया है कि क्लास में एंट्री से पहले सभी बच्चों का एंटीजन टेस्ट किया जाएगा. इसी टेस्ट में इन बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर सरकार ने 10वीं और 12वीं की कक्षाओं को ऑफलाइन शुरू करने के आदेश दिए थे.
कुछ दिन पहले लद्दाख की राजधानी लेह में भी ऐसा ही हुआ था, जिसके बाद वहां स्कूलों को बंद कर दिया गया है. लेह में पिछले हफ्ते एक दिन में 71 नए मामले सामने आए थे, जो दो महीनों में सबसे ज्यादा थे. इनमें से ज्यादातर केस लेह स्थित द्रुक पद्मा कार्पो स्कूल शे से जुड़े थे. इसके बाद जिला प्रशासन ने 15 दिन के लिए स्कूल बंद करने का आदेश दे दिया था. वहां 2 अक्टूबर तक स्कूल फिर से बंद कर दिए गए हैं.