इस्लामिक स्टेट ने कहा, उसके दो समर्थकों ने कैलिफोर्निया हमले को अंजाम दिया
वाशिंगटन: कैलिफोर्निया में सामाजिक सेवा केंद्र में हुए हमले को इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह के दो समर्थकों ने अंजाम दिया था। आईएस ने अपने एक रेडियो प्रसारण अल-बयन में कहा कि कैलिफोर्निया शहर के सैन बर्नार्डिनो में बुधवार को हुए हमले को आईएस समूह के दो समर्थकों ने अंजाम दिया जिसमें कम से कम 14 लोग मारे गए और 20 अन्य जख्मी हो गए।
अमेरिकी नागरिक सैयद फारूक (28) और उनकी पत्नी तशफीन मलिक (27) हमले में शामिल थे। पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी की घटना कुछ हद तक सुनियोजित थी।
एफबीआई की जांच में आतंकी हमले के संकेत नहीं
अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी ‘फेडेरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन’ (एफबीआई) के प्रमुख जेम्स कोमे ने शुक्रवार को कहा कि गोलीबारी की जांच ‘आतंकवादी गतिविधि’ के तौर पर की जा रही है। लेकिन इसका कोई संकेत नहीं मिला है कि यह एक आतंकवादी हमला था। कोमे ने कहा, “जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि हत्यारे कट्टरपंथी थे और विदेशी आतंकवादी संगठनों से प्रेरित हो सकते हैं।” उन्होंने कहा, “हमें इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि ये हत्यारे किसी बड़े आतंकवादी समूह का हिस्सा थे। इस बात के भी संकेत नहीं हैं कि वे किसी नेटवर्क का हिस्सा थे।”
उल्लेखनीय है कि दक्षिणी कैलिफोर्निया में सामाजिक सेवा केंद्र में दंपति ने बुधवार को अंधाधुंध गोलियां बरसाकर 14 लोगों की हत्या कर दी थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। स्थानीय पुलिस के मुताबिक, “इस वारदात को अंजाम देने के लिए कुछ योजना बनाई गई थी।” शुक्रवार को यह खुलासा हुआ था कि पत्नी ने सोशल मीडिया पर आईएस के प्रति वफादारी जताई थी।