नई दिल्ली। ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर के इलाज की आधुनिक सुविधा मुहैया कराने के लिए निजी क्षेत्र आगे आए। वह प्रदेश सरकारों के सहयोग से यह कार्य करे। यह बात उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को गुवाहाटी के कैंसर इंस्टीट्यूट में नई शाखा के उद्घाटन के मौके पर कही। इस शाखा में कैंसर का पता लगाने वाली आधुनिकतम मशीन लगाई गई है। नायडू इन दिनों उत्तर-पूर्वी राज्यों के आठ दिवसीय दौरे पर हैं।
इस मौके पर उप राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस कथन का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने हर जिले में एक मेडिकल कालेज की आवश्यकता जताई है। नायडू ने जीवन शैली में गड़बड़ी से पैदा होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। क्योंकि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार 2020 में देश में 14 लाख नए मामले आए। 2025 तक यह संख्या प्रति वर्ष 16 लाख होने की आशंका है।
उप राष्ट्रपति ने केंद्र और राज्य सरकारों को सुझाव दिया है कि जल संरक्षण के महत्व को स्कूलों के पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। इससे देश में पानी को बचाने के महत्व के बारे में जनता जागरूक बनेगी। नायडू ने समय-समय पर स्कूलों को नेचर कैंप लगाने का भी सुझाव दिया। इन कैंप के जरिये बच्चों और बड़ों को प्रकृति से प्रेम करने और प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने का संदेश मिलेगा। इससे भविष्य की तमाम समस्याओं पर समय रहते काबू किया जा सकेगा।
वहीं, दूसरी ओर कुछ दिन पहले डीयू के विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय (यूसीएमएस) के दीक्षा समारोह में वैंकैया नायडू ने भविष्य की जरूरतों के लिए एक मजबूत और किफायती स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की आवश्यकता पर बल दिया था। उन्होंने भारत और दुनिया के लिए कोरोना टीका विकसित करने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) को बधाई दी थी।