झरिया के केंदुआ मुख्य मार्ग पर बना तीन फीट का गोफ, गैस का हो रहा रिसाव, लोगों में दहशत
धनबाद: झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत झरिया थाना क्षेत्र के झरिया-केंदुआ मुख्य मार्ग के बीच में गोपालीचक के समीप सोमवार की दोपहर में अचानक करीब तीन फीट का गोफ बन गया. गोफ के अंदर से गैस रिसाव होने लगा. बावजूद इसके सड़क पर हाइवा व अन्य भारी वाहनों का परिचालन जारी रहा. इस गोफ के बनने से झरिया-केंदुआ मार्ग के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. हालांकि, आनन-फानन में ऐना कोलियरी पीओ प्रणव दास ने आउटसोर्सिंग से मशीन मंगवाकर गोफ की भराई कर दी है.
मालूम हो कि पास ही में ऐना भूली क्वार्टर, सिंहनगर एवं गोपालीचक बस्ती के करीब 3000 की आबादी दहशत में है. कई साल पूर्व ही इस क्षेत्र को ऐना कोलियरी प्रबंधन ने अग्नि व भू-धंसान प्रभावित इलाका घोषित किया था. इस मार्ग के बगल में ही ऐना आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग परियोजना चल रही है.
यह परियोजना अग्नि परियोजना है. इस परियोजना की आग धीरे-धीरे झरिया-केंदुआ मार्ग के नीचे पहुंच गयी है. इस मार्ग के नीचे 14 नंबर सीम है. जिसमें कोयला का भंडार है. जिस कारण यह आग इस मार्ग के नीचे तक पहुंची है. इससे यह मार्ग खतरनाक है और कभी भी ध्वस्त हो सकता है.
सड़क में गोफ बनने की सूचना पर ऐना के परियोजना पदाधिकारी प्रणव दास, ऐना आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग कंपनी प्रबंधन शिवम कुमार एवं जनता मजदूर संघ के अमर सिंह, शैलेंद्र सिंह और विश्वविजय सिंह समेत अन्य लोग मौके पर पहुंचे. स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व में भी क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. लोगों में भय का माहौल है. एेना पीओ ने मुख्य सड़क के दोनों तरफ 45 मीटर दूरी पर खनन कार्य होने से इंकार किया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले साल भी इस स्थान के आसपास भू-धंसान की घटना हुई थी. इस मार्ग का निर्माण पथ परिवहन विभाग के द्वारा करोड़ो की लागत से तीन साल पूर्व झरिया से केंदुआ तक पीच सड़क बनी थी. लेकिन इस मार्ग के नीचे आग पहुंच जाने तक शिमला बहाल पुल से सिंहनगर तक का मार्ग कई जगह धंसने के साथ क्रेक हो गया है.
इस मार्ग में बड़े वाहनों का परिचालन हमेशा होता है. ज्यादातर बस्ताकोला, दोबारी, ऐना और राजापुर परियोजना से बीएनआर और बोर्रागढ साइडिंग तक ओवरलोड हाईवा का परिचालन होता है. बोकारो, जामताडा़, गोड्डा सहित कई शहरों से झरिया आने वाले सवारी से भरे बसें भी दिन में इसी मार्ग से आवागमन करती है.
इधर, झरिया- केंदुआ मुख्य मार्ग पर बने गोफ को लेकर ऐना परियोजना के परियोजना पदाधिकारी का बयान स्थानीय लोगों को नहीं पच रहा है. पीओ का कहना है कि मुख्य मार्ग को भूमिगत आग से कोई खतरा नहीं है. भूमिगत आग से आंशिक असर पड़ने से मुख्य मार्ग पर गोफ बन गया. जबकि मुख्य मार्ग के किनारे कुछ फीट की दूरी पर आधा दर्जन से अधिक स्थानों से भारी मात्रा में गैस रिसाव हो रहा है. कई जगह सड़क दब गया है.