देहरादून : सूबे में विभिन्न दैवीय आपदाओं से प्रभावित परिवारों के प्रति राज्य सरकार खासी संजीदा है। विस्थापन एवं पुनर्वास नीति के तहत राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के पुनर्वास कार्यों में जुटी है। पुनर्वास योजना के अंतर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष में काफी तेजी से कार्य हुए हैं। अभी तक सूबे के 45 गांवों के 521 परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। जिस पर सरकार द्वारा 21 करोड़ 27 लाख 36 हजार की धनराशि खर्च की गई है। इसके अलावा शासन स्तर पर 42 अन्य आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की कार्यवाही गतिमान है।
आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि राज्य में दैवीय आपदा से प्रभावित परिवारों का पुनर्वास कार्य तेजी से पूरे किये जा रहे हैं। जिसके तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंतर्गत राज्यभर के 45 गांवों के 521 परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। जिसके लिए सरकार द्वारा 21 करोड़ 27 लाख 36 हजार की धनराशि जारी की जा चुकी है। डॉ. रावत ने बताया कि पुनर्वास योजना के अंतर्गत पिथौरागढ़ जनपद में 243 परिवारों का पुनर्वास किया गया जिसके लिए सरकार ने रूपये 10 करोड़ 26 लाख 75 हजार की धनराशि जारी की। इसके अलावा उत्तरकाशी जनपद में 114 आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 4 करोड 3 लाख 40 हजार की धनराशि जारी की।
रूद्रप्रयाग जनपद में 76 परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 3 करोड़ 24 लाख 35 हजार, टिहरी जनपद में 37 परिवारों के लिए रूपये 1 करोड़ 57 लाख 31 हजार, बागेश्वर जनपद के 13 परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 55 लाख 25 हजार, अल्मोडा़ जनपद के 8 परिवारों के लिए रूपये 32 लाख 80 हजार तथा चमोली जनपद के 30 परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 1 करोड़ 27 लाख 50 हजार की धनराशि जारी की गई है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में आपदा प्रभावित 12 गांवों के 177 परिवारों का पुनर्वास किया गया। वर्ष 2018-19 में 6 गांवों के 151 परिवार, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 7 गांवों के 360 परिवार एवं वित्तीय वर्ष 2020-21 में 13 गांवों के 258 आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है।
जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक सर्वाधिक 45 गांवों के 521 आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। डॉ. रावत ने बताया कि सरकार प्रदेश भर के अन्य 10 आपदा प्रभावित गांवों के 42 परिवारों का शीघ्र पुनर्वास करेगी, इनकी सूची शासन स्तर पर तैयार की जा चुकी है तथा पुनर्वास की कार्यवाही गतिमान है। जिसमें चमोली जनपद के थराली ब्लॉक में सूना कुल्याडी तोक के 3 परिवार, झलिया गांव के 2 परिवार, रूद्रप्रयाग जनपद में 15 परिवार, उत्तरकाशी में एक परिवार तथा पिथौरागढ़ में 21 परिवार शामिल है।