लखीमपुर खीरी हिंसा: आशीष मिश्रा के साथी अंकित दास को 9 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
लखीमपुर खीरी: लखमीपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद अब अंकित दास को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अंकित दास को 22 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें, बुधवार को अंकित दास क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए थे। लखनऊ में नोटिस चस्पा होने के बाद ही अंकित की तरफ से सरेंडर करने की बात कही गई थी। बता दें, अंकित दास पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे हैं। लखीमपुर हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी ने आरोपित अंकित दास के लखनऊ के सदर पुराना किला स्थित आवास पर सफीना नोटिस चस्पा किया था। एसआईटी ने अंकित दास को बुधवार को लखीमपुर स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर में बयान दर्ज कराने का आदेश दिया था। इस बीच अंकित दास लखीमपुर खीरी पहुंचे और एसआईटी के सामने सेरेंडर किया, जिसके बाद उन्हें और उनके ड्राइवर लतीफ को गिरफ्तार कर लिया गया।
अंकित और उनके ड्राइवर लतीफ से पुलिस लाइन स्थित क्राइम ब्रांच के ऑफिस में पूछताछ की गई। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले में अब तक मंत्री केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के बाद उनके मित्र अंकित दास के ड्राइवर शेखर भारती को एसआईटी ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा केस में किसानों ने आशीष मिश्रा मोनू के साथ अज्ञात 15 लोगों को नामजद किया है।
3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शनकारी किसानों पर पीछे से तेज रफ्तार थार महिंद्रा गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। किसानों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराते हुए अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा के अलावा सात अन्य लोगों को आरोपी बनाया। आशीष मिश्रा 9 अक्टूबर को पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के दफ्तर पेश हुए थे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें जांच में सहयोग नहीं करने पर गिरफ्तार कर लिया। इसके अगले ही दिन 10 अक्टूबर को उन्हें कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।