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गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान दी दो-टूक चेतावनी, होगी सर्जिकल स्‍ट्राइक

नई दिल्‍ली: गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्‍तान को हद में रहने की चेतावनी दी है। उन्‍होंने कहा है कि अगर वह कश्‍मीर में आतंकियों को नागरिकों का कत्‍ल करने में समर्थन देता रहा और सीमाएं लांघी तो उस पर और सर्जिकल स्‍ट्राइक होंगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बोले कि कुछ साल पहले पुंछ में जब हमला हुआ तो पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक कर भारत ने दुनिया को बता दिया कि भारत की सीमाओं के साथ छेड़-छाड़ करना इतना सरल नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में पहली बार भारत ने अपनी सीमाओं की सुरक्षा और सम्मान को साबित किया।

उन्‍होंने कहा कि पूरा देश मनोहर पर्रिकर को दो चीजों के लिए हमेशा याद करेगा। उन्होंने गोवा को उसकी पहचान दी और दूसरा उन्होंने तीनों सेनाओं को वन रैंक, वन पेंशन दिया। रक्षा मंत्री गोवा के धारबंदोरा में नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्‍व में देश की अप्रोच में बड़ा बदलावा आया है। पहले देश की सीमाएं लांघकर आतंकी आते थे। उग्रवाद फैलाते थे। हालांकि, दिल्‍ली के दरबार से एक निवेदन के अलावा कुछ नहीं होता था। लेकिन, पुंछ में जब हमला हुआ तो भारत ने बताया कि उसकी सीमाओं के साथ छेड़खानी इतनी आसान नहीं।

शाह ने कहा कि मोदी-पर्रिकर ने युगांतकारी शुरुआत की। उन्‍होंने बताया कि जैसा सामने से सवाल आएगा वैसा ही जवाब दिया जाएगा। गृह मंत्री ने यह कहकर साफ संदेश दिया कि पाकिस्‍तान अगर अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो फिर उसे और सर्जिकल स्‍ट्राइक के लिए तैयार रहना चाहिए। भारत ने उरी, पठानकोट और गुरदासपुर में आतंकवादी हमलों के जवाब में सितंबर 2016 में पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक किया था। इनके जरिये पाकिस्तान में कई आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया गया था। उरी हमले के 11 दिन बाद 29 सितंबर 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। बीते सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक ‘जूनियर कमीशंड अधिकारी’ (JCO) सहित पांच सैन्य कर्मी शहीद हो गए थे। इन शूरवीरों में नायब सुबेदार जसविंदर सिंह, मंदीप सिंह, गज्‍जन सिंह, सरज सिंह और वैसाख एच शामिल थे। इसने पूरे देश का खून खौला दिया है।

कश्‍मीर में पिछले करीब एक महीने से शांति भंग है। लगातार निर्दोषों का खून बहाया जा रहा है। हाल में केंद्र शासित राज्‍य में चुन-चुन कर सिखों, कश्‍मीरी पंडितों और गैर-मुस्लिमों की हत्‍या की गई है। नाम पूछ-पूछकर उन्‍हें निशाना बनाया जा रहा है। इन आतंकी घटनाओं से राज्‍य के हालात चिंताजनक हो गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने हाल में इसे लेकर मैराथन बैठक की थी। टॉप काउंटर-टेरर एक्‍सपर्ट्स की कई टीमें कश्‍मीर भेजी जा चुकी हैं। ये आतंकी हमलों में शामिल पाकिस्तान समर्थित स्थानीय मॉड्यूल को बेअसर करने में पुलिस की मदद कर रही हैं।

अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिला विशेष दर्जा खत्म होने के बाद पाकिस्‍तान बौखलाया हुआ है। वह लगातार साजिश रच रहा है। उसे 370 हटने के बाद बड़े पैमाने पर उथलपुथल की आशंका थी जो गलत साबित हुई। सुरक्षा बलों ने यहां काफी हद तक शांति बनाए रखने में कामयाबी हासिल की। पाकिस्‍तान को यह बात कतई हजम नहीं हो रही है।

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