वेस्ट यूपी में बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड, एक की मौत, छह घायल
मेरठ: बंगाल की खाड़ी से आ रहीं नम हवाएं एवं पहाड़ों पर पहुंचे पश्चिमी विक्षोभ के साथ मिलने से मेरठ सहित वेस्ट यूपी में रविवार सुबह से शुरू हुई बारिश सोमवार शाम तक जारी रही। मेरठ में शहर से लेकर गांव तक बारिश ने अक्तूबर में पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। बिजनौर में मकान गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि मेरठ-सहारनपुर में मकान गिरने से छह लोग घायल हो गए।
मेरठ के ग्रामीण क्षेत्र में 22 साल बाद अक्तूबर में दूसरी सर्वाधिक बारिश हुई जबकि शहरी क्षेत्र में दस साल का रिकॉर्ड टूट गया। लगातार बारिश से सोमवार को दिन के तापमान में छह और रात में 4.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। इससे अधिकतम तापमान सामान्य से 11 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया।
रविवार सुबह से सोमवार शाम तक जारी बारिश का बड़ा असर तापमान पर पड़ा है। शनिवार को दिन का तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस था जो सोमवार को 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। 48 घंटे में 13.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। इससे दिन में सर्दी का असर रहा। सोमवार अक्तूबर का सबसे ठंडा दिन भी रिकॉर्ड हुआ।
देहात क्षेत्र में रविवार और सोमवार को जमकर बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष के अनुसार मोदीपुरम केंद्र पर सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 82.3 मिमी बारिश हुई। इसके बाद 2.30 बजे तक 5.2 मिमी बारिश और हो चुकी थी। इस केंद्र पर कुल 87.5 मिमी बारिश हुई। डॉ.सुभाष के अनुसार मोदीपुरम केंद्र पर एक से 17 अक्तूबर तक 119.7 मिमी बारिश हो चुकी है जो 1998 में 136 मिमी बारिश के बाद दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है। मोदीपुरम केंद्र पर अक्तूबर में औसत सामान्य बारिश 21.2 मिमी है। ऐसे में देहात क्षेत्र में सामान्य से 464 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है।
मेरठ शहर में भी यही स्थिति है। मेरठ में सोमवार को बीते 24 घंटे में 71.6 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 11 अक्तूबर 2013 में 24 घंटे में 62 मिमी बारिश हुई थी। ऐसे में सोमवार की बारिश ने मेरठ में आठ साल का 24 घंटे का रिकॉर्ड तोड़ दिया। फिलहाल सोमवार को बारिश ने दशक का रिकॉर्ड ब्रेक कर दिया। मेरठ में अब तक 85.2 मिमी हो चुकी है जो सामान्य से 267 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है।