भोपाल. मध्य प्रदेश मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में खाने की हर पांच में से एक वस्तु मिलावटी और नकली पाई गई है. यह चौंकाने वाला खुलासा भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण(एफएसएसएआई) की रिपोर्ट में हुआ है.
ऐसी खानपान की सर्वाधिक मिलावटी वस्तुएं मिलने में उत्तरप्रदेश प्रथम स्थान पर और मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर है. वहीं, पंजाब इस सूची में दूसरे नंबर पर है. आपको बता दें कि सन् 2008-09 में मिलावटी खाद्य पदार्थों का जो कारोबार मात्र 12 प्रतिशत था, वह आज बढ़कर 25 प्रतिशत तक पहुंच चुका है.
सरकारी खाद्य सुरक्षा लैबोरेटरियों की संकलित रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल नवंबर माह में खाद्य पदार्थों में मिलावट के 2795 प्रकरण दर्ज किए गए, जिनसे करीब 10.93 करोड़ जुर्माना वसूला गया है. वहीं, इनमें से 1402 प्रकरणों में दोषियों को सजा सुनाई गई.
रिपोर्ट के अनुसार, फूड सेफ्टी लैबों को इस साल नवंबर तक 83 हजार 265 सैंपल जांच के लिए मिले. इनमें से 74 हजार 10 सैंपल मिलावट और नकली पाए गए.
इसमें सबसे ज्यादा 4119 मिलावट के केस उत्तरप्रदेश, दूसरे नंबर पर पंजाब(1458), तीसरे पर मध्यप्रदेश (1412), चौथे पर गुजरात (1243), पांचवे पर महाराष्ट्र (1162) और पांचवे स्थान पर तमिलनाडु है.
गौरतलब है कि पिछले साल देश की 123 खाद्य प्रयोगशालाओं ने खाने-पीने की वस्तुओं के 29,328 नमूनों की जांच की थी, जिनमें से 5,180 नमूने मिलावटी पाए गए थे.