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जानिए कौन-कौन से हैं वो नए चेहरे जो कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी में हो सकते हैं शामिल

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) को प्रेस कॉन्फ्रेंस किए 48 घंटे से ऊपर का वक्त हो चुका है. लेकिन अभी भी पंजाब की सियासत में यही चर्चा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो अलग राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है तो ऐसे में कांग्रेस के वो कौन-कौन से चेहरे हैं जो कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनकी नई राजनीतिक पार्टी में शामिल हो सकते हैं.

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दो बड़े दावे किए थे. पहला दावा तो ये था कि वो जल्द ही अपनी नई राजनीतिक पार्टी लेकर आने वाले हैं और पार्टी के रजिस्ट्रेशन और सिंबल हासिल करने के लिए उनकी लीगल टीम से जुड़े लोग लगातार इलेक्शन कमिशन के संपर्क में है और तमाम औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दूसरी बड़ी बात ये कही थी कि उनके साथ पंजाब कांग्रेस के कई चेहरे हैं लेकिन वो अभी उनके नामों का खुलासा नहीं करेंगे और वक्त आने पर ही सबको पता लगेगा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ कौन-कौन हैं.

कैप्टन अमरिंदर सिंह के इन्हीं दो बड़े ऐलानों के साथ ही पंजाब की सियासत गरमा गई. सूत्रों के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले अपनी अलग राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान करेंगे और पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनके साथ कांग्रेस के कई बड़े चेहरे जुड़ सकते हैं.

आइए आपको बताते हैं कि ऐसे कौन-कौन से संभावित चेहरे हैं जोकि खुलकर कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ आ सकते हैं. पूर्व कैप्टन सरकार में खेल मंत्री रहे कैप्टन के करीबी पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सोढ़ी खड़ूर साहिब से कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह डिंपाफरीदकोट से कांग्रेस सांसद मोहम्मद सदीक अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला पटियाला से कांग्रेस सांसद और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर. इसके अलावा करीब आधा दर्जन विधायक ऐसे हैं जो कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ लगातार संपर्क में हैं और करीब 2 दर्जन विधायक ऐसे हैं जो अभी कांग्रेस में रहकर ही टिकट मिलने का इंतजार करेंगे.

अगर 2022 पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान उनका टिकट कांग्रेस आलाकमान ने काटा तो वो अंतिम पलों में पाला बदलकर कैप्टन की नई पार्टी में शामिल हो जाएंगे. हालांकि अभी कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ जाने को लेकर उनके करीबी नेता नपा-तुला बयान ही दे रहे हैं. कैप्टन के करीबी फरीदकोट से कांग्रेस सांसद मोहम्मद सदीक ने कहा कि अभी इन सब बातों में काफी वक्त है और जब कैप्टन अपनी पार्टी का ऐलान करेंगे तब देखा जाएगा. यानि कैप्टन के करीबी सांसद मोहम्मद सदीक ने ना तो खुलकर कैप्टन के साथ जाने की हामी भरी और ना ही इस बात से इनकार किया कि वो कांग्रेस से अलग होकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की राजनीतिक पार्टी में शामिल हो जाएंगे.

वहीं इस पूरे मामले को लेकर पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के करीबी विधायक लखबीर सिंह लक्खा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अगर ये दावा कर रहे हैं कि उनके साथ कांग्रेस के कई विधायक, सांसद या अन्य नेता हैं तो ऐसी नौबत ही क्यों आई कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटना पड़ा और अगर इन नेताओं को कैप्टन के साथ खड़ा होना होता तो वो उसी वक्त खड़े होते जब आलाकमान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा दिया था. विधायक लखबीर सिंह ने कहा कि कांग्रेस एक समुद्र की तरह है और कोई फर्क नहीं पड़ता कि समुद्र में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है और कांग्रेस आलाकमान ही सर्वोच्च है और कैप्टन अमरिंदर सिंह की उम्र हो चुकी है. उन्हें हटाए जाने के बाद कांग्रेस के संगठन में रहकर ही पार्टी के लिए काम करना चाहिए था नाकि इस तरह से कांग्रेस के खिलाफ जाकर अलग पार्टी बनाने की तैयारी करनी चाहिए थी.

कैप्टन करीब 80 साल के हो चुके हैं ऐसे में उनके सामने 2022 पंजाब विधानसभा चुनावों से ठीक पहले अलग राजनीतिक पार्टी बनाना और उस पार्टी के लिए संगठन तैयार करना काफी बड़ी चुनौती होने वाली है. और ऐसे में कैप्टन के नजदीकी तमाम नेताओं का अभी वेट एंड वॉच की पॉलिसी अपनाए रखना भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए बड़ा सस्पेंस बना हुआ है कि आखिरकार ऐन मौके पर उनके साथ कितने कांग्रेस के नेता, सांसद और विधायक खुलकर खड़े होंगे.

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