जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भट्टा दुर्रियन जंगल के कुछ हिस्सों में शनिवार को आग लग गई। वहीं जिले में आतंकवाद विरोधी अभियान 19वें दिन भी जारी रहा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भट्टा दुर्रियन जंगलों के अंदर छिपे आतंकवादियों के खिलाफ सेना द्वारा रॉकेट लांचर के इस्तेमाल सहित भारी गोलीबारी के चलते आग लग गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जंगल के कुछ स्थानों पर धुआं उठ रहा है। हालांकि, पिछले तीन दिनों के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच कोई गोलीबारी नहीं हुई है। रक्षा सूत्रों ने कहा कि यह संभव है कि छिपे हुए आतंकवादी या तो मारे गए हैं या घायल हैं, लेकिन ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आतंकवादी, जिनमें से ज्यादातर पाकिस्तानी हैं, संभवत: एक या दो महीने पहले नियंत्रण रेखा (एलओसी) के भारतीय हिस्से में घुसपैठ कर चुके हैं। तब से, आतंकवादियों का समूह, जिनकी संख्या लगभग पांच से सात होने की संभावना है, भट्टा दुर्रियन जंगलों के अंदर छिपे हुए हैं। अब तक जंगल के आसपास के गांवों के आधा दर्जन नागरिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
ऑपरेशन 11 अक्टूबर को शुरू हुआ था और ये 1990 के दशक की शुरुआत में सशस्त्र हिंसा शुरू होने के बाद से जम्मू और कश्मीर में सबसे लंबे आतंकवाद विरोधी अभियानों में से एक है। इस अभियान में अब तक दो जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ) सहित नौ सैनिक शहीद हो गए हैं और दो पुलिसकर्मी और एक सैनिक घायल हुए हैं।