इस तरह से पाए बवासीर के दर्द से राहत, इन चीजों का करे सेवन
बवासीर पुरुषो की एक गंभीर बीमारी है इसको मेडिकल की भाषा में पाइल्स कहा जाता है। बवासीर से पीड़ित मरीज के गूदा द्वार में मस्से हो जाते हैं जिनसे लगातार खून बहता है दर्द होने के कारण मरीज काफी कमजोर और दुखी रहता है। बवासीर दो तरह का होता है – पहला अंदर की बवासीर और बाहर की बवासीर। बाहरी बवासीर होने पर मस्से सूजकर मोठे हो जाते हैं जिससे दर्द, जलन, खुजली भी होने लगती है। बवासीर या पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें एनस के अंदर और बाहरी हिस्से की शिराओं में सूजन आ जाती है।
इसकी वजह से गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलता है और दर्द भी होता है। कभी-कभी जोर लगाने पर ये मस्से बाहर की ओर आ जाते है। अगर परिवार में किसी को ऐसी समस्या रही है तो आगे की जेनरेशन में इसके पाए जाने की आशंका बनी रहती है।
कहा जाता है की कब्ज पाइल्स की सबसे बड़ी वजह होती है। कब्ज होने की वजह से कई बार मल त्याग करते समय जोर लगाना पड़ता है और इसकी वजह से पाइल्स की शिकायत हो जाती है। ऐसे लोग जिनका काम बहुत ज्यादा देर तक खड़े रहने का होता है, उन्हें पाइल्स की समस्या हो सकती है। गुदा मैथुन करने से भी पाइल्स की समस्या हो सकती है।
मोटापा इसकी एक और अहम वजह है। कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान भी पाइल्स की समस्या हो सकती है। नॉर्मल डिलिवरी के बाद भी पाइल्स की समस्या देखने को मिलती है| किसी भी व्यक्ति को बवासीर हो जाती है तो वह शर्म से इस बिमारी का नाम तक नहीं लेता है| बवासीर के बारे में काहा जाता है कि यह बीमारी दो तरह की होती हैं एक तो होती है अंदरूनी मस्से जिसमे आपको खून नहीं आता है और मस्से अन्दर ही रहते है |
दूसरा है बाहरी मस्से जिसमे मस्से बाहर लटकने लगते है और सुबह के समय शौच करते समय दर्द और ब्लीडिंग होता है, यह बीमारी जिसे भी मनुष्य को होती हैं उसे अंदर से खून की कमी हो जाती हैं जिसके कारण इंसान को कमजोरी महसूस होती हैं| आज हम आपको बतायगे इस बिमारी के कुछ घरेलु उपाय बताने जे रहे हेई जिसे करने से आपको इस बिमारी से निजत मिला जाएगा|
नारियल
सबसे पहले आप को एक नारियल लेना है और फिर उसकी जटा को निकल ले फिर उसे पूरी तरह से जला दें जब वह पूरी तरह से भस्म बन जायें तो उसे छान कर रख लें फिर रात को ही गाय के 2 किलो दूध का दही जमा दीजिये पिर सुबह -सुबह खाली पेट क कटोरी में दही ले लीजिये और उसमे 5 ग्राम नारियल की भष्म मिला लीजिये और इसको खा लीजिये हो सकता है आपको इसका स्वाद अच्छा न लगे लेकिन अगर आपको बवासीर को जड़ से ख़त्म करना है तो ऐसा करना ही पड़ेगा|
इसका सेवन दिन में दो बार करना है एक बार दोपहर में और एक बार रात को सोने से पहले आप को बता दें कि आपको दिन में जब भी भूख लगे आपको सिर्फ दही खाना है इसके अलावा और कुछ भी नहीं खाना है |इसके अलावा आपको हर रोज ज्यादा से ज्यादा छाछ व दही खाना है और हो सके तो मिर्च मसालों से बिल्कुल दूर रहें|
बवासीर होने के कारण (Reason For Piles)
- शोच करते समय दबाव डालना।
- कब्ज रहना।
- एक ही स्थिति में बैठे रहना।
- ज्यादा देर तक खड़े रहना।
- मोटापा।
- फाइबर की कमी।
- जेनेटिक्स कारण।
बवासीर के लक्षण (Piles Symptoms)
- मल त्याग के दौरान ब्लीडिंग होना।
- गुदा से एक बलगम जैसा स्राव निकलना।
- गुदा के पास एक दर्दनाक सूजन या गांठ महसूस होना।
- गुदा क्षेत्र में खुजली, जो लगातार या रुक रुक कर हो सकती है।
बवासीर में ना खाएं ये चीजें
हरी या लाल मिर्च
बवासीर की समस्या होने पर लाला या हरी मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए। मिर्च खाने से बवासीर के जख्म एक बार फिर सक्रिय हो जाते हैं। मिर्च के साथ ही गर्म मसाला, चटपटा, तीखा खाना भी नहीं खाना चाहिए।
धूम्रपान और गुटखा
नशे या धूम्रपान का सेवन किसी भी बीमारी को बढ़ाने का काम करता है। वैसे ही सुपारी, गुटखा, पान मसाला, सिगरेट पीने से भी बवासीर की समस्या बढ़ जाती है। जो लोगों बवासीर की समस्या से परेशान है उनको नशे से दूर रहना चाहिए।
फास्ट फूड से बचें
पाइल्स से पीड़ित लोग फास्ट फूड से जितना हो सके, दूरी बनाएं रखें। फास्ट फूड खाने के बजाए आप, फलों या कुछ खास सब्जियों जैसे- पत्तागोभी, चुकंदर, टमाटर आदि को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं, जो काफी फायदेमंद होते है और इस समस्या से निजात पाने में भी सहायक होते हैं।
बाहर का खाना
बवासीर होने पर बाहर का खाना खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि बाहर के खाने में नमक, मिर्च और साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है जबकि घरों में खाना सफाई से बनाया जाता है और मसालों का कम इस्तेमाल किया जाता है। अस्वस्थ खाने से पाइल्स का संक्रमण बढ़ सकता है और दर्द भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
बवासीर होने पर खाएं ये चीजें
हरी पत्तेदार सब्जियां
बवासीर की समस्या होने पर हरी पत्तेदार सब्जिया खानी चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों में बहुत अधिक मात्रा में पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। इनको खाने से बवासीर ठीक होने के साथ ही पाचन तंत्र भी ठीक रहता है। पालक, पत्ता गोभी, शतावरी, ब्रोकली, फूल गोभी, प्याज, खीरा और गाजर आदि को बवासीर की समस्या में अपने आहार को जरूर शामिल करें।
भरपूर पानी पीएं
इस समस्या में कम से कम रोजाना 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए। अधिक मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ आसानी से बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा भरपूर पानी पीने से मल त्याग में आसानी होती है और कब्ज की समस्या नहीं होती है।
साबुत अनाज
बवासीर की समस्या होने पर ब्राउन राइस, ओटमील, होल ग्रेन आटा, होल वीट पास्ता और मल्टी ग्रेन ब्रेड को डाइट में शामिल करना चाहिए। बवासीर में इन चीजों को खाने से इस समस्या में बहुत फायदा मिलता है।
छाछ पीएं
छाछ या दही खाने से पाचन क्रिया सही रहती है। दही में पाए गुण शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है। इसके साथ ही यह बवासीर के लक्षणों को कम करते हैं।
मूली का सेवन
रोजाना मूली का सेवन करने से भी पाइल्स या बवासीर की समस्या से राहत मिलती हैं। मूली में पाएं जाने वाले गुण बवासीर से राहत दिलाने का काम करते हैं।