अकाली दल की पटियाला रैली पर खतरे के बादल
बेरोजगार लाइनमैन यूनियन के प्रदेश प्रधान पिरमल सिंह ने कहा कि 2011 में सरकार ने 5000 लाइनमैनों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था।
1000 लाइनमैनों को नौकरियां दे दी, जबकि बाकी चार हजार लाइनमैन अभी तक बेरोजगार भटक रहे हैं। पिछले लंबे समय से यह लाइनमैन भर्तियां पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने कोरे वादों के और कुछ नहीं दिया है।
पंजाब सरकार ने 27 नवंबर को यूनियन के नुमाइंदों के साथ बैठक रखी थी, ताकि मांगों पर विचार हो सके लेकिन बैठक में पावरकाम के अधिकारी हाजिर नहीं हो सके।
इस कारण सात दिसंबर को दोबारा बैठक करके मसला करने का वादा किया गय था। लेकिन आज फिर यूनियन को बैठक के लिए चंडीगढ़ बुलाकर ऐन मौके पर सरकार अपने वादे से मुकर गई।
यूनियन के मुख्य सलाहकार सोमा सिंह ने कहा कि अगर जल्द बेरोजगार लाइनमैनों की नियुक्तियां न की गईं, तो अकाली दल की सद्भावना रैली में परिवारों समेत रोष प्रदर्शन किया जाएगा। जिसके गंभीर परिणामों की जिम्मेदार सरकार खुद होगी।
ज्वाइनिंग लेटर के इंतजार में बैठे र्क्लकों ने दी आत्मदाह की चेतावनी
एसएसएस बोर्ड ने पंजाब के अलग-अलग विभागों के लिए साल 2013 में 1192 क्लर्क भर्ती करने की प्रक्रिया छेड़ी थी। इसमें 200 र्क्लकों को ज्वाइनिंग लेटर जारी नहीं हुए थे।
इनमें से 15 र्क्लकों ने अकाली दल की 15 दिसंबर को होने वाली सद्भावना रैली में आत्मदाह की चेतावनी दी है। यूनियन प्रधान चेतन बांसल ने कहा कि सरकार जल्द उनकी नियुक्तियों पर फैसला ले।