मुख्यमंत्री योगी ने राज्य में कोविड की समीक्षा कर दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य में कोविड संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ रखने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए।
मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष रिपोर्ट रखते हुए टीम-9 के अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 10 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 10 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 90 है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में एक लाख 46 हजार 11 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में आठ करोड़ 51 लाख 16 हजार 289 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कोविड टीकाकरण कार्य में और तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि टीकाकरण के लिए ग्राम प्रधानों से लेकर सांसद तक सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रथम डोज संतृप्त ग्राम तथा शहरी इलाकों में प्रथम डोज संतृप्त वॉर्ड की भावना के साथ मिशन मोड में काम किया जाना जरूरी है।
राज्य में गत दिवस तक 13 करोड़ 73 लाख से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। कोविड टीकाकरण के लिए कुल 15 करोड़ प्रदेशवासियों में से अब तक 10 करोड़ 07 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने प्रदेश में प्रतिदिन 25 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दिये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में कार्य योजना बनाकर कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कानपुर नगर के जिला प्रशासन द्वारा जिस प्रकार जीका वायरस के सम्बन्ध में कण्टेनमेण्ट जोन बनाकर इस पर नियंत्रण किया गया। उसी प्रकार लखनऊ में इस वायरस को नियंत्रित किया जाए। उन्होंने सभी जिलों में स्वच्छता सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग का कार्य पूरी सक्रियता से संचालित किये जाने के निर्देश भी दिए। कहा कि निगरानी समितियों का पूर्ण सहयोग लिया जाए। प्रदेश में ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना तेजी से की जा रही है। प्रदेश में अब तक 515 ऑक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील हो चुके हैं। इनमें प्रधानमंत्री केयर्स फण्ड से स्वीकृत 128 ऑक्सीजन प्लाण्ट भी शामिल हैं।