इंडिया की पॉपुलेशन के साथ-साथ बढ़ती पॉल्यूशन की समस्या वाकई बहुत चिंताजनक है। इसके लिए सरकार नए-नए प्लान बना रही है। कार फ्री डे से लेकर ऑड और इवन नंबर का फॉर्मूला उसके इसी प्लान का हिस्सा है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि मॉडर्नाइजेशन के इस जमाने में भी दुनिया में कुछ देश और आइलैंड ऐसे हैं, जहां कार का नामो-निशान तक नहीं। इन देशों के खूबसूरत नजारों को देखने के लिए पैदल चलना पड़ता है। साथ ही, घुड़सवारी की भी सुविधा मौजूद है।तो इन जगहों पर जाने से पहले अपने फेवरेट और टिकाऊ स्नीकर्स लेना न भूलें।
लामू आइलैंड, केन्या
कभी मानव तस्करी के लिए फेमस लामू अब एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है। इसका नाम वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में भी शामिल है। यहां किसी भी प्रकार के गाड़ियों की सुविधा नहीं है सारा काम यहां खच्चर से किया जाता है। लगभग 2 से 3 हजार खच्चर इस आइलैंड पर देखे जा सकते हैं।
Other Car free cities: वेनिस, इटली
हाइड्रा, सेरोनिक आइलैंड, ग्रीस
द मेडिना ऑफ फेज-अल-बाली, मोरक्को
ला कुमब्रेसिटा, अर्जेन्टीना
शॉर्क आइलैंड, यूनाइटेड किंगडम
मैकिनेक आइलैंड
इटली के खूबसूरत शहर वेनिस का सफर करने के लिए दो ही सुविधाएं मौजूद हैं पहला वॉकिंग और दूसरा बोटिंग। सबसे खास बात यहां की ये है कि काफी पहले से यहां लोग इन्हीं दोनों ऑप्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं। यूरोप के इस छोटे शहर को सबसे बड़े कार फ्री एरिया के तौर पर जाना जाता है। वेनिस में लगभग 400 ब्रिज हैं जो 118 छोटे-छोटे आइलैंड्स को आपस में जोड़ते हैं।
ग्रीस के खूबसूरत नजारों को देखने और वहां कुछ वक्त बिताने में अगर ट्रैफिक आपकी रूकावट बन रही है तो हा
इड्रा आइलैंड जाने का प्लान करें। जहां किसी भी तरह की कोई गाड़ी का न ही शोर सुनाई देगा और न धुआं दिखाई देगा। घोड़े, खच्चर और वाटर टैक्सी का इस्तेमाल यहां के रोजाना कामों को करने के लिए किया जाता है। वैसे आइलैंड की सड़कें इस कदर हैं कि वहां पैदल चलना ज्यादा आसान है।
मदीना को पूरे देश में सबसे बड़े कार फ्री अर्बन एरिया के तौर पर जाना जाता है। यहां की कुल पॉपुलेशन 1,56,000 है। यहां की पतली-पतली गलियां पुराने समय की बनी हुई हैं जिनमें किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है इसलिए यहां कार राइडिंग बहुत ही मुश्किल है। कुछ गलियां तो इतनी पतली हैं कि वहां बाइक चलाना भी मुमकिन नहीं।
पेडेस्ट्रियन टाउन, ला कुमब्रेसिटा खासतौर से अपने इको टूरिज्म और अनोखे पत्थरों वाली सड़कों के लिए मशहूर है। यहां किसी भी प्रकार के गाड़ियों को चलाने की परमिट नहीं। यहां आने और घूमने के लिए सिर्फ और सिर्फ पद यात्रा की ही सुविधा है। रहने के लिए केबिन और एल्पाइन स्टाइल होटल्स बने हुए हैं लेकिन परमिशन लेकर यहां कैंप लगाकर भी रहा जा सकता है।
600 की पॉपुलेशन वाले मैकिनेक आइलैंड में लोग एक जगह से दूसरे जगह तक जाने के लिए घोड़े का इस्तेमाल करते हैं। 3.8 स्क्वायर मील में फैले इस आइलैंड में साल 1898 से ही कार और मोटर की आवाजाही पर बैन लगा दिया गया था। कुछ ही गाड़ियों में इंजन का शोर सुना जा सकता है। वैसे लोग यहां अपना ज्यादातर काम पैदल, साइकिल और घोड़े की मदद से करते हैं।
कोस्टलाइन से 40 मील की दूरी पर बसा है शॉर्क आइलैंड, जो इंग्लिश चैनल में है। आपको जानकर अच्छा लगेगा कि इस आइलैंड की सड़कों पर कारें नहीं, बल्कि घोड़ा गाड़ी दौड़ती हैं। इसके अलावा साइकिल और ट्रैक्टर्स भी देखे जा सकते हैं। इतना ही नहीं इस आइलैंड तक पहुंचने के लिए एयरपोर्ट तक की सुविधा मौजूद नहीं। तो आप अंदाजा लगा ही सकते हैं कि यूनाइटेड किंगडम का ये शहर सेहत के मद्देनजर कितना अच्छा होगा।
600 की पॉपुलेशन वाले मैकिनेक आइलैंड में लोग एक जगह से दूसरे जगह तक जाने के लिए घोड़े का इस्तेमाल करते हैं। 3.8 स्क्वायर मील में फैले इस आइलैंड में साल 1898 से ही कार और मोटर की आवाजाही पर बैन लगा दिया गया था। कुछ ही गाड़ियों में इंजन का शोर सुना जा सकता है। वैसे लोग यहां अपना ज्यादातर काम पैदल, साइकिल और घोड़े की मदद से करते हैं।
इड्रा आइलैंड जाने का प्लान करें। जहां किसी भी तरह की कोई गाड़ी का न ही शोर सुनाई देगा और न धुआं दिखाई देगा। घोड़े, खच्चर और वाटर टैक्सी का इस्तेमाल यहां के रोजाना कामों को करने के लिए किया जाता है। वैसे आइलैंड की सड़कें इस कदर हैं कि वहां पैदल चलना ज्यादा आसान है।