नवजोत सिद्धू को नहीं मिली करतारपुर साहिब जाने की इजाजत, CM चन्नी आज जाएंगे मंत्रियों के साथ दर्शन करने
चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को आज करतारपुर साहिब जाने की इजाजत नहीं मिली है। गुरु पर्व पर करतारपुर कॉरिडोर खुलने का स्वागत तो सभी ने एक सुर में हर्ष जताकर किया लेकिन गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में माथा टेकने जाने के मामले में फिर टकराव की बात सामने आ गई है। दरअसल सीएम चरणजीत चन्नी आज अपनी कैबिनेट के साथ करतारपुर साहिब माथा टेकने जाएंगे, लेकिन पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू को आधिकारिक तौर पर इस जत्थे का हिस्सा नहीं होने की जानकारी दी गई है। अब सिद्धू 20 नवंबर को करतारपुर साहिब के दर्शन करेंगे।
सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर डल्ला ने बताया कि सिद्धू अब 18 की बजाय 20 नवंबर को करतारपुर साहिब जाएंगे। उन्होंने बताया कि सिद्धू ने गुरुवार को करतारपुर जाने की तैयारी भी कर ली थी। डल्ला के मुताबिक, सिद्धू ने करतारपुर जाने के लिए मंगलवार को आवेदन दिया था, लेकिन उनका आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार अथॉरिटी ने पंजाब सरकार के 14-14 लोगों के जत्थे को करतारपुर साहिब जाने की इजाजत दी है। अब नवजोत सिंह सिद्धू तीसरे जत्थे में करतारपुर साहिब के दर्शन 20 नवंबर को कर सकेंगे।
कोविड के चलते करतारपुर कॉरिडोर को बंद कर दिया गया था। हालांकि, इसे अब 17 नवंबर से फिर से खोल दिया गया है, जिसके बाद श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए जा सकेंगे। करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की मांग पाकिस्तान की ओर से भी की जा रही थी।करतारपुर कॉरिडोर को 16 मार्च 2020 को बंद कर दिया गया था।
करतारपुर जाने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। उन लोगों को ही पाकिस्तान में जाने की अनुमति मिलेगी, जिनको वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी होंगी। जो भी श्रद्धालु पवित्र दर्शन के लिए जा रहे हैं, उनको अपने साथ आरटीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट ले जानी होगी। आरटीपीसीआर रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो। एक अनुमान है कि 100-200 श्रद्धालु हर दिन यात्रा करेंगे। वहीं गुरुनानक जयंती पर लोगों की संख्या ज्यादा होने का अनुमान है।