करतारपुर कॉरिडोर के परमिट के लिए भारत सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन खोले, गृह मंत्रालय की वेबसाइट से होगा आवेदन
भारत सरकार ने MHA की वेबसाइट पर करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Sahib Corridor) के परमिट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन खोल दिए हैं. कोई भी आम जन इसके लिए आवेदन कर सकता है. सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक करतारपुर साहिब गुरद्वारा कॉरिडोर बुधवार को खुल गया था. वहीं कॉरिडोर के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी अब शुरू हो गई है.जानकारी के मुताबिक, यहां जाने के लिए कोविड प्रोटोकॉल (Kartarpur Sahib Corridor COVID Protocols) का पालन करना होगा कोरोना के दोनों डोज का वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट सहित 72 घंटे पहले की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य है. पहले की तमाम औपचारिकताएं भी लागू रहेंगी.
prakashpurb550.mha.gov.in/kpr के जरिए होगा. यहां आपको बुकिंग प्रक्रिया (booking procedure) पर क्लिक करना होगा और फिर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने के लिए निर्दोशों को पढ़ना होगा.होम पेज पर ही सबसे ऊपर ‘अप्लाई ऑनलाइन’ का विकल्प मिलेगा.
करतारपुर रजिस्ट्रेशन फॉर्म का पहला पेज भरना अनिवार्य
इस पर क्लिक कर आपको अपनी नागरिकता और यात्रा की तारीख सेलेक्ट करनी होगी. इसके बाद कंटीन्यू पर क्लिक कर करतारपुर रजिस्ट्रेशन फॉर्म का पहला पेज भरना होगा. सेव और कंटीन्यू पर क्लिक करना होगा.इसके बाद आपको अन्य जरूरी सूचनाएं भरनी होगी. जब आप फॉर्म भर लेंगे तो आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर और पीडीएफ कॉपी मिलेगा.यात्रा की तारीख से तीन से चार दिन पहले श्रद्धालुओं को एसएमएस और ई-मेल के जरिए उनके रजिस्ट्रेशन के बारे में कंफर्मेशन मिलेगा.
यात्रा के लिए जरूरी दस्तावेज
करतारपुर जाने के लिए आपके पास वैध भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए. ओसीआई कार्ड धारकों को रजिस्ट्रेशन फॉर्म में अपने कार्ड की विस्तृत जानकारी देनी होती है. यहां आपको यह ध्यान रखना होगा कि पासपोर्ट में दर्ज जानकारी के अनुरूप ही आपका नाम और जन्मतिथि हो. खास तौर पर आपको स्पेलिंग की गलतियां नहीं करनी चाहिए.
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज
रजिस्ट्रेशन के वक्त पासपोर्ट साइज फोटो की स्कैल कॉपी (जेपीजी फॉर्मेट) की जरूरत पड़ेगी. इसकी साइज 300 केबी से अधिक नहीं होनी चाहिए. पासपोर्ट की स्कैन कॉपी भी लगेगी. पासपोर्ट के अंतिम पेज पर दर्ज आपके परिवार के विवरण के पेज को भी स्कैन करवाना होगा. ये सभी दस्तावेज पीडीएफ फॉर्मेट में 500 केबी से अधिक नहीं होने चाहिए.
बता दें सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जयंती गुरुपर्व से दो दिन पहले इस कॉरिडोर को खोला गया है. कोविड-19 महामारी के चलते मार्च 2020 से यह तीर्थयात्रा स्थगित थी.वहीं सूत्रों के हवाले से ये भी जानकारी सामने आई है कि एक बार जब श्रद्धालु पाकिस्तान की सीमा में दाखिल होंगे तो उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट (Rapid Antigen Test ) भी वहां होगा. इसके अलावा कोई दूसरा टेस्ट पाकिस्तान में नहीं होगा.