देशमुख की गिरफ्तारी पर पहली बार खुलकर बोले शरद पवार- भाजपा को कीमत चुकानी होगी
मुंबई: महाराष्ट्र में चर्चित रहे 100 करोड़ की वसूली वाले मामले को लेकर पहली बार शरद पवार ने खुलकर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह लापता हो गए हैं। अनिल देशमुख के खिलाफ आरोप लगाने के बाद से ही वह गायब हैं। अब उन आरोपों को साबित करने के लिए वह सामने नहीं आ रहे हैं। भाजपा पर हमला बोलते हुए पवार ने कहा कि आपने अनिल देशमुख को जेल में डाल दिया है और परमबीर सिंह फरार है। आपने जो भी किया है, उसकी कीमत चुकानी होगी। यह पहला मौका था, जब शरद पवार ने खुलकर अनिल देशमुख का बचाव किया है। शरद पवार ने कहा कि अनिल देशमुख के साथ जो हुआ है, वह अन्याय है।
अनिल देशमुख फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के केस में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। इस बीच शरद पवार ने राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा के विकल्प को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह बड़ा सवाल नहीं है कि अगले आम चुनावों में भाजपा विरोधी मोर्चे की लीडरशिप कौन करेगा। इसकी बजाय चिंता इस बात की होनी चाहिए कि भाजपा से मुकाबले के लिए लोगों की उम्मीदों के मुताबिक लीडरशिप दी जाए। अमरावती में पिछले दिनों हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए पवार ने कहा कि सरकार को एक ऐसी पॉलिसी बनानी चाहिए, जिससे इस तरह की घटनाओं में नुकसान उठाने वाले कारोबारियों और दुकानदारों की भरपाई की जा सके।
अगले लोकसभा चुनाव में क्या विपक्षी मोर्चे की लीडरशिप ममता बनर्जी कर सकती हैं। इस सवाल पर पवार ने कहा कि इस बारे में आने वाले संसद सत्र के दौरान बात की जाएगी। बता दें कि इसी साल जून में शरद पवार ने एसपी, आरजेडी, आप, आरएलडी और लेफ्ट समेत 8 दलों को बुलाया था। इससे यह कयास लगाए जा रहे थे कि शायद शरद पवार विपक्षी मोर्चे की अगुवाई को लेकर विचार कर रहे हैं। बता दें कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी महाराष्ट्र में सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है। उन्हें शिवसेना और कांग्रेस को साथ लाकर गठबंधन का शिल्पकार माना जाता है।