‘तमन्ना’ से बनेगी बिहार के बच्चों के संपूर्ण विकास की रूपरेखा, एनसीईआरटी ने तैयार किया टूल
भागलपुर: छात्र-छात्राओं के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए तमन्ना कार्यक्रम के तहत उनकी क्षमता का परीक्षण किया जायेगा। उसी के आधार पर उनके विकास को लेकर रूपरेखा तय की जायेगी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए कवायद तेज कर दी है।
इसके तहत माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के अभिक्षमता परीक्षण के लिए उनका एप्टीट्यूड टेस्ट लिया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों के मनोवैज्ञानिक आयामों जैसे- योगयता, अभिरुचि, अभिप्रेरणा व्यक्तित्व इत्यादि का परीक्षण किया जायेगा। इस परीक्षा के आधार पर विशेष क्षेत्र में कौशल और ज्ञान अर्जित कर एक संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए दिशा निर्देश दिया जा सकेगा।
इसके साथ ही न सिर्फ उन छात्र-छात्राओं के लिए, बल्कि जिले के अन्य स्कूलों के सभी छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए रूपरेखा तय की जा सकेगी और इसे अन्य छात्रों में लागू किया जायेगा, ताकि वहां के भी छात्रों का न सिर्फ एक क्षेत्र में बल्कि उनके संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास हो सके।
एनसीईआरटी ने तैयार किया है टूल
इस परीक्षण के लिए एनसीईआरटी दिल्ली द्वारा तमन्ना (ट्राई एंड मेजर एप्टीट्यूड एंड नेचुरल एबिलिटीज) टूल का इस्तेमाल किया जायेगा। इसके माध्यम से जिले के चयनित अनुकरणीय आदर्श माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा नौवीं एवं 10वीं के 100 विद्यार्थियों का एप्टीट्यूड टेस्ट कराई जाएगी। भागलपुर जिला में राजकीय गर्ल्स इंटर स्कूल ही अनुकरणीय आदर्श माध्यमिक विद्यालय है।