बहादुर अभिनंदन को मिला वीर चक्र तो जले-भुने पाकिस्तानी
नई दिल्ली: भारत के महावीर अभिनंदन से पाकिस्तानियों का जलना और कुढ़ना समझ में आता है। क्योंकि, हमारे जिस जवान ने अकेले पाकिस्तानियों के दांत खट्टे कर दिए, उनके एफ-16 विमान को मार गिराया और तूफान मचाने के बाद भी हमारे जिस वीर योद्धा को पाकिस्तानियों को छोड़ना पड़ा, भला उसके लिए पाकिस्तानी भड़ास क्यों नहीं निकालेंगे। कल भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अभिनंदन को भारत का तीसरा सबसे बड़ा बहादुरी का अवार्ड दिया, जिसके बाद पाकिस्तानियों के चाय में ‘उबाल’ आ गई है।
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के हीरो विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को ‘वीर चक्र’ से सम्मानित किया है। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह ना करने वाले अभिनंदन का पूरा देश अभिनंदन कर रहा है। आपको बता दें कि अभिनंदन ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद जांबाजी दिखाते हुए पाकिस्तानी एफ-16 फाइटर जेट को अपने मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान से मार गिराया था। हालांकि पाकिस्तान को करारा जवाब देते-देते उनका विमान पाकिस्तानी मिसाइल लगने के चलते क्रैश हो गया था, और उन्हें पाकिस्तानी जमीन पर उतरना पड़ा था, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया था और अब जब भारत के महामहीने ने अभिनंदन को वीर चक्र से सम्मानित किया है, तो पाकिस्तानियों के छाती में दर्द हो रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया ‘जीयो टीवी’ ने अपने हेडलाइंस में अभि ‘नन-डन’ लिखा है और उनकी वीरता पर सवाल उठाने की कोशिश की है। दिलचस्प ये है, कि भारतीय सैनिकों की वीरता पर वो पाकिस्तान सवाल उठा रहा है, जिसका खुद का सरेंडर करने का इतिहास रहा हो। 1971 में इसी पाकिस्तान के 80 हजार से ज्यादा सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर किया था, वो अब पाकिस्तानी भूल चुके हैं। जीयो टीवी ने लिखा है कि, ”अभिनंदन के एयरक्राफ्ट को पाकिस्तानी एयरफोर्स ने मार गिराया था और ‘शांति’ के लिए पाकिस्तान ने दो दिनों में ही अभिनंदन को भारत के हवाले कर दिया था”।