देहरादून: उत्तराखंड में प्रमोशन के बावजूद तथ्य छिपाकर समय से पहले चयन वेतनमान लेने वाले शिक्षकों से अब रिकवरी की जाएगी। अकेले पौड़ी जिले के दुगड्डा ब्लॉक में ही गलत चयन वेतनमान लेने में पकड़े गए शिक्षकों पर दो से ढाई करोड़ रुपये तक की रिकवरी बैठ रही है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ में सोमवार को प्रकाशित वेतनमान घपले की रिपोर्ट पर शिक्षा विभाग में दिन भर हलचल रही। इधर, बेसिक शिक्षा निदेशक आरके उनियाल ने कहा कि अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है।
माध्यमिक स्तर पर भी है गोलमाल: चयन वेतनमान घपला केवल बेसिक, जूनियर स्तर पर ही नहीं है, माध्यमिक स्तर पर भी कई शिक्षक गुपचुप तरीके से लाभ ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, इनमें कुछ शिक्षक नेता भी हैं। प्रमोशन के बाद इन लोगों ने नई तैनाती पर जाने से बचने के लिए प्रमोशन ठुकरा दिया था। बाद में प्रमोशन के तथ्य को छिपाकर चयन वेतनमान के लिए दावा कर दिया।