कोटद्वार। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग में निर्माणाधीन टाइगर सफारी के लिए चयनित 106 हेक्टयर भूमि में हो रहे अवैध निर्माणों व पेड़ कटान के प्रकरण की जांच के लिए गठित विजिलेंस की टीम ने पाखरो मोरघटी क्षेत्र पहुंचकर निर्माण कार्यों का जायजा लिया। टीम ने प्रभागीय कार्यालय से कुछ दस्तावेज भी मांगे। कालागढ़ टाइगर रिजर्व के बफर जोन पाखरो में टाइगर सफारी के लिए स्वीकृत से ज्यादा पेड़ कटान के साथ ही पाखरो से कालागढ़ तक बगैर अनुमति निर्माण का मामला पिछले कई दिनों से चर्चा में है।
मामले में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने अपनी जांच रिपोर्ट में पेड़ कटान, अवैध निर्माण की शिकायत को सही पाते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की संस्तुति की थी। पिछले दिनों विभाग के मुख्य प्रमुख वन संरक्षक (पीसीसीएफ) ने मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदी को प्रकरण की जांच सौंपी थी, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने भी (एपीसीसीएफ) बीके गांगटे को जांच सौंपने के आदेश जारी किए थे। लेकिन दोनों ही अधिकारियों ने विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए जांच से इनकार कर दिया था। शासन ने इस मामले की विजिलेंस जांच का निर्णय लिया। शासन के निर्देश पर गठित टीम पाखरो और मोरघटी पहुंची और यहां निर्माण कार्यों की जांच की।